DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Wednesday, August 31, 2016

अंबेडकरनगर : रख-रखाव की खामियां दूर हों तो बने बात, क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था में आया कुछ सुधार, स्कूलों में समय से हो रही अध्यापकों की उपस्थिति


जागरण की पहल पर परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन को लेकर जहां काफी सुधार दिख रहा है। वहीं अध्यापकों का समय रहते विद्यालय पहुंच जाने व बच्चों को होमवर्क तक दिए जाने का सिलसिला शुरू हो गया। हालांकि विभागीय उपेक्षा के चलते विद्यालयों में रख-रखाव की खामियों के न दूर होने से छात्रों व अध्यापकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दैनिक जागरण ने मंगलवार को कुछ विद्यालयों का जायजा लिया तो हकीकत सामने आयी। दिन-मंगलवार-समय : 10.25 बजेस्थान : प्राथमिक विद्यालय शिक्षा क्षेत्र जलालपुर के इस विद्यालय में प्रधानाध्यापक रूबीना काजमी विद्यालय की चहारदीवारी न बन पाने, शौचालय, अग्निशमन यंत्रों को उपलब्ध न कराए जाने तथा गर्मी के प्रकोप में राहत के लिए बिजली तक की व्यवस्था न होने से काफी हतोत्साहित दिखीं। इनका मानना है कि यदि विभाग व गांव के मुखिया चेत लें तो परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई-लिखाई बेहतर हो सकती है। स्कूल में सहायक मुन्नी, बृजेश कुमारी, शिक्षामित्र प्रेमलता पंजीकृत 66 में उपस्थित 39 बच्चों को अलग-अलग कक्षों में पढ़ाती मिलीं। मिड-डे-मील में मेन्यू के लिहाज से दाल, चावल बना था। विद्यालय में स्थापित इंडिया मार्का-टू हैंडपंप के रि-बोर के बावजूद भी शुद्ध पानी नहीं निकल रहा है। साफ-सफाई नहीं दिखी। कक्षों के फर्श टूट रहे हैं।

No comments:
Write comments