संवाद सहयोगी, हाथरस : बेसिक शिक्षा विभाग के प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को किताबी ज्ञान से हटकर जानकारी दी जाएगी। इसके लिए सौ विद्यालयों का चयन किया गया है, जहां साहित्य और चित्रकला आदि की किताबें आएंगी। सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत परिषदीय विद्यालयों के लिए हर साल करोड़ों रुपये का बजट शासन द्वारा दिया जाता है। जिले में करीब 1513 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं, जिनमें करीब सवा लाख बच्चों को साढ़े तीन हजार से अधिक शिक्षक व शिक्षिकाएं पढ़ाते हैं। बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके, इसके लिए निरंतर प्रयास किए जाते हैं। इसी कड़ी में अब बच्चों को किताबी ज्ञान से हटकर साहित्य-कला से जोड़ने की मुहिम शुरू की जा रही है। जिले के सौ विद्यालयों का चयन किया गया है, जहां ‘पढ़े भारत, बढ़े भारत’ योजना के तहत पुस्तकें विद्यालयों में पहुंचेंगी। उनमें कहानियों के अलावा चित्रकला और साहित्य आदि की किताबें शामिल होंगी। प्रत्येक विद्यालय को 16,619 रुपये उपलब्ध कराए जाएंगे। विद्यालयों में प्रतियोगिताओं का आयोजन कराया जाएगा और चयनित विद्यालयों में एक-एक अलमारी भी खरीदी जाएगी। शासन ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इस कार्य में हीलाहवाली न की जाए। बीएसए रेखा सुमन की मानें तो चयनित विद्यालयों में व्यवस्था के लिए धनराशि दी गई है।’
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