जागरण संवाददाता, पडरौना, कुशीनगर: परिषदीय विद्यालय अब शैक्षिक कैलेंडर के जरिये संचालित होंगे। गुणवत्तायुक्त शिक्षा मुहैया कराए जाने को लेकर शासन द्वारा शैक्षिक कैलेंडर योजना लागू की गई है। इसके शत-प्रतिशत अनुपालन के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। लापरवाही उजागर होने पर इसके लिए उन्हें जिम्मेदार मानते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनोज कुमार मिश्र ने इस संदर्भ में खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर इस दिशा में जरूरी कदम उठाए जाने का निर्देश जारी कर दिया है। बीएसए ने जारी पत्र में कहा है कि परिषदीय विद्यालयों में एक अप्रैल से नवीन शैक्षिक सत्र प्रारंभ हो चुका है। विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता बनाए रखने को लेकर शासन द्वारा शैक्षिक कैलेंडर योजना लागू की गई है। इस अनुरुप ही विद्यालयों में पाठ्यक्रम पूर्ण कराया जाना है। ऐसे में खंड शिक्षा अधिकारी विद्यालयों में शैक्षिक कलैंडर यथाशीघ्र उपलब्ध कराते हुए इसका प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कराएं। बीएसए ने कहा है कि खंड शिक्षा अधिकारी हर माह अनिवार्य रूप से कम से कम 20 स्कूलों की गहन जांच कर यह सुनिश्चित करेंगे, कि इसका अनुपालन हो रहा या नहीं। साथ ही वह अपनी रिपोर्ट देंगे। जांच के दौरान शैक्षिक कैलेंडर के अनुसार पाठ्यक्रम पूर्ण होने, उत्तर-पुस्तिकाओं की जांच होने तथा बच्चों के शैक्षिक स्तर के मूल्यांकन पर जोर होगा। बीएसए ने कहा है कि जिस ब्लाक में शैक्षिक गुणवत्ता न्यून पाई जाएगी, वहां के खंड शिक्षा अधिकारी इसके जिम्मेदार होंगे।
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