जागरण संवाददाता, पडरौना, कुशीनगर: परिषदीय विद्यालयों में हुए समायोजन में 22 समायोजित शिक्षकों का प्रमाण-पत्र जांच में संदिग्ध पाया गया है। विभाग द्वारा संबंधित शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा है। निर्धारित अवधि में जवाब न मिलने पर इन शिक्षकों के खिलाफ बर्खास्तगी तथा मुकदमा दर्ज कर सरकारी धनराशि के वसूली की कार्रवाई की जाएगी। बीएसए मनोज कुमार मिश्र ने शुक्रवार को विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि नंदिनी दीक्षित, संजू मिश्र, विनिता राय, वृजराज यादव, पुष्पा देवी, मनमोहन लाल, प्रेमचंद गुप्त, सुनीता रावत, रंजना, सुशीला सिंह, सुमित्र गुप्ता, अनिता भारती, दिनेश कुशवाहा, विंदु देवी, मारकण्डेय यादव, मदन, रामसमुझ चौधरी, अंबे राव, संगीता राय, सुनीता, रवींद्र प्रसाद तथा बबीता देवी की नियुक्ति समायोजित शिक्षक पद पर हुई है। इनके द्वारा प्रस्तुत किए गए शैक्षिक, प्रशिक्षण, उपाधियां, निवास, जाति आदि प्रमाण-पत्र के कराए गए सत्यापन में बोर्ड तथा संबंधित संस्था द्वारा दी गई जानकारी अपुष्ट तथा भिन्न पाई गई है। बीएसए ने इन शिक्षकों को नोटिस जारी कर 15 दिनों में जवाब मांगा है। नोटिस में बीएसए ने कहा है कि क्यों न आपके खिलाफ नियुक्ति निरस्त करने, मुकदमा दर्ज कर आप द्वारा ली गई धनराशि की ब्याज सहित वसूली करने की कार्रवाई की जाए। बीएसए ने कहा है कि निर्धारित अवधि तक जवाब न देने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
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