संवादसूत्र, लखनऊ : राजधानी के प्राइमरी स्कूलों की हालत दयनीय है। मूलभूत संसाधनों की तो काफी कमी है ही लेकिन इसके बावजूद कई समस्याओं से विद्यार्थी जूझ रहे हैं। कहीं अंधेरे में विद्यार्थी पढ़ रहे हैं तो कहीं पर शिक्षक गैर हाजिर हैं। यही नहीं अराजक तत्वों द्वारा भी उन्हें परेशान किया जाता है। गंदगी और पेयजल की समस्या से भी भीषण गर्मी में विद्यार्थी परेशान हैं। पेश हैं नगर क्षेत्र के प्राइमरी स्कूलों का हाल।1प्राथमिक विद्यालय यहियागंज : परिसर की इंचार्ज असफिया सैय्यद लंबे समय से मेडिकल पर है। अराजकतत्वों से घिरे परिसर में बच्चे स्कूल पढ़ने आते हैं, लेकिन सुबह-सुबह बियर के केन और दारू की बोतल दिखाई देती है। दीवारे टूटी है। ग्रिल गायब है। परिसर मे घरो से फेंका कूड़ा ढेर रहता है। महीनों से हैंड पंप खराब है। शौचालय की चाबी इंचार्ज के पास है। बिजली के तार लोहे की खिड़की पर टिके है। बच्चों के बैठने की व्यवस्था नही है।1प्राथमिक विद्यालय कुण्डरी रकाबगंज : विद्यालय फटी दरियों और अंधेरे कमरों में कैद बच्चे खिड़की से आती सूरज की रोशनी मे पढ़ने को मजबूर है। मिट्टी से घिरा एक मात्र हैंड है। शौचालय ध्वस्त है। सांसद निधि से एक मात्र शौचालय है। 62 बच्चे व दो टीचर है। अराजकतत्वों का बोलबाला है। परिसर मे टनों मिट्टी ढेर है। इंचार्ज दीपाली निगम कहती है कि पिछली गर्मियों की छुट्टी पर क्षेत्रीय पार्षद ने परिसर मे स्थानीय लोगों के लिए ट्यूबवेल लगवाया था, जो चला ही नही। खुदाई के दौरान मिट्टी निकाली गई थी, बार-बार कहने पर भी परिसर मे फैली मिट्टी नही हटाई। बारिश मे तालाब बन जाता है। फिसलन मे बच्चे चोटिल होते है।1प्राथमिक विद्यालय अमीनाबाद : परिसर बदतर हाल में है। मुख्य गेट पर सफाईकर्मी दोपहर तक कूड़ा गिराते है। विद्यालय परिसर और आस-पास रहने वालों का बुरा हाल है। दुगर्ंध बनी रहती है। टीचर और बच्चे गंदगी से निकलते है। यही हाल स्थानीय लोगो का भी है। परिसर मे गंदगी की भरमार है। दरवाजे व खिड़की टूटी हुई है।1प्राथमिक विद्यालय मौलवीगंज : इस प्राइमरी स्कूल की स्थिति भी दयनीय है। बैठने की व्यवस्था नही है। सूरज की रोशनी मे पढ़ाई हो रही है। शौचालय न होने से बच्चे घर का रूख करते है। अराजकतत्वों ने परिसर के बाहर गंदगी फैला रखी है।1प्राथमिक विद्यालयों में दीवार व छत का गिरता प्लास्टर, जिसमें पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के साथ कभी भी हो सकता है बड़ा हादसाजिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण मणि त्रिपाठी संसाधनों को बेहतर ढंग से विद्यार्थियों के हित में प्रयोग करने के निर्देश अध्यापकों को दिए गए हैं। जहां जो भी समस्या व कमी है उसे दूर करवाने के लिए अध्यापक बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से संपर्क करें।
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