भइया इन दिनों बाबा जी का डंडा गुरुजी के पीछे पड़ गया है। पहले परीक्षाओं में गुरुजी की पोल खोली, नकल करते और कराते धरे गए गुरू जी। अब स्कूलों की छुट्टी में कटौती की आशंका से गुरू जी खासे परेशान हैं। पहले तो साल में डेढ़ पौने दो सौ छुट्टी मिल जाया करती थीं जिससे मौज ही मौज थी लेकिन अब बाबा जी ने महापुरुषों के नाम पर होने वाली छुट्टी में अपनी राय जोड़ दी है।
वो दिन दूर नहीं जब इस बात के आदेश भी हो जाएंगे कि अब गुरू जी महापुरुषों के जन्म दिन पर स्कूल कालेजों में दो घंटे अतिरिक्त पढ़ाएंगे। पढ़ायें भी क्यों न गुरू जी अब मौज के दिन लद गए हैं। बाबा जी का डंडा शिक्षा विभाग पर भी चल रहा है। इतना ही नहीं बाबा के मंत्री तो अब स्कूलों में जा-जाकर शिष्यों से सवाल भी पूछ रहे हैं। गुरू जी से भी सवाल-जवाब किए जा रहे हैं। कल तक जो बच्चों पर डंडा चलाते थे अब बाबा जी का डंडा उन्हीं पर चलने लगा है।
गुरू जी परेशान हैं, सुना है बाबा जी स्कूलों में हाजिरी मशीन भी लगवाने जा रहे हैं, पहले तो गुरू जी बच्चों की हाजिरी लिया करते थे अब खुद हाजिरी भरवाने से परेशान हैं गुरू जी। और तो और अब बाबा जी गुरू जी को इतिहास, भूगोल के साथ-साथ योग का भी प्रशिक्षण देने के लिए आदेश करने वाले हैं।
बाबा जी का मानना है कि गुरू जी जब स्वस्थ होंगे तो बच्चे अपने आप स्वस्थ होंगे और उनका दिमाग भी खूब चलेगा। अब यह दिमाग कहां पर चलेगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा, परंतु इतना तय है कि गुरू जी इन दिनों बेहद परेशान हैं। ऐसी सरकार उन्होंने पहले कभी नहीं देखी। जीवन के अंतिम बसंतों में अब इतनी कवायदें करनी पड़ेगीं यह तो उन्होंने कभी सोचा ही नहीं था, सोचें भी क्यों अभी तक गुरू जी का सोसायटी में सम्मान जो होता आया है।
जय हो बाबा जी की..इटावा : भइया इन दिनों बाबा जी का डंडा गुरुजी के पीछे पड़ गया है। पहले परीक्षाओं में गुरुजी की पोल खोली, नकल करते और कराते धरे गए गुरू जी। अब स्कूलों की छुट्टी में कटौती की आशंका से गुरू जी खासे परेशान हैं। पहले तो साल में डेढ़ पौने दो सौ छुट्टी मिल जाया करती थीं जिससे मौज ही मौज थी लेकिन अब बाबा जी ने महापुरुषों के नाम पर होने वाली छुट्टी में अपनी राय जोड़ दी है। वो दिन दूर नहीं जब इस बात के आदेश भी हो जाएंगे कि अब गुरू जी महापुरुषों के जन्म दिन पर स्कूल कालेजों में दो घंटे अतिरिक्त पढ़ाएंगे। पढ़ायें भी क्यों न गुरू जी अब मौज के दिन लद गए हैं। बाबा जी का डंडा शिक्षा विभाग पर भी चल रहा है। इतना ही नहीं बाबा के मंत्री तो अब स्कूलों में जा-जाकर शिष्यों से सवाल भी पूछ रहे हैं। गुरू जी से भी सवाल-जवाब किए जा रहे हैं। कल तक जो बच्चों पर डंडा चलाते थे अब बाबा जी का डंडा उन्हीं पर चलने लगा है।
गुरू जी परेशान हैं, सुना है बाबा जी स्कूलों में हाजिरी मशीन भी लगवाने जा रहे हैं, पहले तो गुरू जी बच्चों की हाजिरी लिया करते थे अब खुद हाजिरी भरवाने से परेशान हैं गुरू जी। और तो और अब बाबा जी गुरू जी को इतिहास, भूगोल के साथ-साथ योग का भी प्रशिक्षण देने के लिए आदेश करने वाले हैं।
बाबा जी का मानना है कि गुरू जी जब स्वस्थ होंगे तो बच्चे अपने आप स्वस्थ होंगे और उनका दिमाग भी खूब चलेगा। अब यह दिमाग कहां पर चलेगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा, परंतु इतना तय है कि गुरू जी इन दिनों बेहद परेशान हैं। ऐसी सरकार उन्होंने पहले कभी नहीं देखी। जीवन के अंतिम बसंतों में अब इतनी कवायदें करनी पड़ेगीं यह तो उन्होंने कभी सोचा ही नहीं था, सोचें भी क्यों अभी तक गुरू जी का सोसायटी में सम्मान जो होता आया है। जय हो बाबा जी की..
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