DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Thursday, April 20, 2017

फतेहपुर : खेत बेंचकर बनवाए थे हाईस्कूल के प्रमाण पत्र, दो फर्जी अध्यापक खुद को सच साबित करने के लिए एक सत्यापित प्रमाण पत्र की कॉपी लेकर बीएसए के पास पहुंचे

बेसिक शिक्षा में सहायक अध्यापक की नौकरी के लिए बनवाए गए प्रमाण पत्रों के एवज में आरोपियों ने खेत बेचकर धन अदा किया था। उन्हें इस बात का आभास नहीं था कि रुपयों की अदायगी के बाद फर्जी प्रमाण पत्र थमा दिए जाएंगे। फर्जीवाड़ा पकड़े जाने के बाद आरोपी रैकेट के सदस्य से मिले तो उसने झांसे में लेकर धन उगाही की और फर्जी सत्यापित प्रतिलिपि थमा दी। दो आरोपी यह प्रतिलिपि लेकर बीएसए के सामने पेश हुए तो मामला गर्मा गया और बर्खास्तगी जैसी बड़ी कार्रवाई हो गई। पुलिस की जांच में फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों को बनवाने के रैकेट का पर्दाफाश हो सकता है।

बुधवार की सुबह दो फर्जी अध्यापक खुद को सच साबित करने के लिए एक सत्यापित प्रमाण पत्र की कॉपी लेकर बीएसए के पास पहुंचे। कागज हाथ में आते ही बीएसए का माथा ठनका। कागजों को पैनी निगाहों से देखा तो समझने में तनिक भी देर नहीं लगी। प्रदीप कुमार और विनय कुमार से कड़ाई से पूछताछ की तो आरोपियों ने सब कुछ सच- सच उगल दिया। रुपयों के बल पर हाईस्कूल के शैक्षिक प्रमाण पत्र तैयार करने की पुष्टि हो गई। बीएसए ने बताया कि मामले में उजागर हुआ है कि शैक्षिक प्रमाण पत्र तैयार करने वालों का रैकेट है। इस रैकेट से मिलकर आरोपी शिक्षकों ने शैक्षिक प्रमाण पत्र तैयार करवाए थे। प्रथम दृष्टया जो जानकारी मिली है से पुलिस को जांच के लिए सौंपी जाएगी। चर्चा यह रही कि पांच लाख रुपया देकर फर्जी प्रमाण पत्र बनवाए है

No comments:
Write comments