इटावा : शनिवार को बीएसए ओपी सिंह ने विकास खंड बढ़पुरा के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने अनुपस्थित प्रधानाध्यापकों व सहायक अध्यापकों को वेतन रोकने, एक दिन का वेतन काटने और उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर कर गायब मिले अध्यापकों के विरुद्ध वेतन रोकने व काटने के आदेश जारी कर दिए। इस दौरान उन्होंने संबद्ध शिक्षकों को मूल विद्यालय में लौटने तथा सभी विद्यालयों में सौंदर्यीकरण व विद्यालय परिसर तथा कक्षों की साफ-सफाई के निर्देश दिए।
विकास खंड बढ़पुरा प्राथमिक विद्यालय जहरौली में सहायक अध्यापक हेमलता पांडे प्राथमिक विद्यालय भटपुरा में संबद्ध मिलीं जिन्हें वापस मूल विद्यालय में आने के निर्देश दिया। यहां पंजीकृत 50 के सापेक्ष मात्र 22 बच्चे उपस्थित मिले और यहां का हैंडपंप भी खराब मिला। यहां संचालित आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहने और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कार्यरत न होने की शिकायत मिली। बताया गया कि सहायिका सुनीता देवी अनियमित रूप से आती हैं। जनता माध्यमिक विद्यालय जहरौली में 10:30 बजे पंजीकृत 71 के सापेक्ष अतिन्यून 15 बच्चे उपस्थित मिले जबकि इसी माह की 1, 3, 12 व 13 तारीख को मिड-डे मील पंजिका में छात्र उपस्थिति क्रमश: 56, 62, 35 व 38 दर्शाई गई थी। विद्यालय में न तो किचन और न ही गैस कनेक्शन है और एगमार्क युक्त मसालों का प्रयोग नहीं किया जा रहा है। यहां प्रधानाध्यापक एवं लिपिक का वेतन रोकने की विद्यालय प्रबंधक को संस्तुति बीएसए ने की।
प्राथमिक विद्यालय रमीकावर में प्रधानाध्यापक ज्योति सविराज 9 अप्रैल से अब तक बिना सूचना के अनुपस्थित मिले और पंजीकृत 55 में से मात्र 10 बच्चे उपस्थित थे। बीएसए ने प्रधानाध्यापक का वेतन रोक दिया। प्राथमिक विद्यालय पूठन रजपुरा में 40 के सापेक्ष मात्र तीन बच्चे ही मिले जिसके चलते बीएसए ने समस्त स्टाफ का वेतन रोक दिया। यहां मिड-डे मील रसोइया द्वारा घर से बनाकर लाया गया था जिस पर शिक्षकों को विद्यालय की किचन में ही खाना पकवा कर परोसने के निर्देश दिए गए। उच्च प्राथमिक विद्यालय रजपुरा में पंजीकृत 32 के सापेक्ष मात्र चार बच्चे उपस्थित थे जबकि प्रधानाध्यापक ममता यादव बिना सक्षम अधिकारी को सूचना दिए 12 अप्रैल से चिकित्सकीय अवकाश पर थीं। प्रधानाध्यापक ममता यादव व सहायक अध्यापक का वेतन रोक दिया गया।
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