फर्जी मान्यता लेकर सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग किया जाना एक बेहद ही गंभीर प्रकरण है। जिसे गंभीरता से लिया जाएगा। जांच में किसी भी प्रकार लापरवाही नहीं होने दी जाएगी। - सीडीओ, बांदा
बांदा: शासन के निर्देश पर मदरसों के फर्जीवाड़े की जांच कराई जाएगी। इसके लिए विकास खंड स्तर पर टीमें गठित की गई हैं। जो एक सप्ताह के अंदर जांच कर अपनी रिपोर्ट शासन को प्रेषित करेंगी। जिले में दो अनुदानित मदरसा दारूल उलूम रब्बानियां अलीगंज व इस्लामिया अहले सुन्नत शादी मदनपुर समेत 32 मदरसे हैं।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी आरडी यादव ने बताया कि शासन के निर्देश पर फर्जी अभिलेखों के आधार पर मान्यता प्राप्त कर जो मदरसे राज्य और केंद्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का अनुचित लाभ ले रहे हैं। जब कि मदरसे अस्तित्व में ही नहीं हैं। ऐसे मदरसों की जांच कराई जाएगी। डीएम के निर्देश पर तहसील स्तर पर अधिकारियों की जांच टीमें गठित की गई हैं। नगर बांदा में जांच टीम में अध्यक्ष उपजिलाधिकारी, सदस्य तहसीलदार व नगर शिक्षाधिकारी, इसके अलावा विकास खंड स्तर पर जांच टीम में अध्यक्ष उपजिलाधिकारी व सदस्य तहसीलदार और खंड शिक्षाधिकारी होंगे। जांच टीमों को निर्देश दिए गए हैं कि वह मदरसों के फर्जीबाड़े की जांच एक सप्ताह में पूरी कर ली जाए। ताकि जांच रिपोर्ट से शासन को अवगत कराया जा सके। इसके अलावा पूरी जांच प्रक्रिया पर जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी नजर रखेंगे। जरूरत पड़ी तो मदरसों की क्रांस चेकिंग भी कराई जाएगी।
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