सकलडीहा (चंदौली): डायट पर बुधवार को बीटीसी प्रशिक्षण ले रहे मृतक आश्रित (सेवारत) शिक्षकों ने डायट प्रशासन पर आधा-अधूरा प्रशिक्षण कराये जाने का आरोप लगाते हुए अपना विरोध जताया है। इस दौरान आक्रोशित सेवारत शिक्षकों ने कहा कि उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के पत्रंक संख्या 15028 / 2013-14 के तहत मृतक आश्रित शिक्षकों को बीटीसी प्रशिक्षण के लिए डायट पर भेजा गया था। जहां पर चार सेमेस्टरों में परीक्षा होनी थी। अब-तक तीन सेमेस्टर की परीक्षा नियामक द्वारा पूर्ण कराया गया है। जबकि अभी एक सेमेस्टर की परीक्षा बाकी है। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के अध्यक्ष आनन्द कुमार पाण्डेय का आरोप है कि चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा संपन्न कराने के बजाय डायट प्राचार्य ने बगैर किसी शासनादेश के ही हम लोगों को कार्यमुक्त कर तैनाती के विद्यालय पर भेजने का निर्णय लिया है। ऐसा करना सेवारत प्रशिक्षुओं के भविष्य के लिए हानिकारक है। आरोप लगाया कि आन्तरिक मूल्यांकन के नाम पर प्रशिक्षुओं से पैसे की मांग कर उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर नहीं कराया जा रहा है। इससे वे विवश होकर सादे कागजे पर हस्ताक्षर बना कर कार्यालय को प्रेषित कर रहे हैं। इस बाबत डायट प्राचार्य डा0 पारसनाथ ने बताया कि मृतक आश्रित प्रशिक्षु शिक्षकों द्वारा लगाये गए आरोप बेबुनियाद हैं। मृतक आश्रित की कुल संख्या 73 है। इस मौके पर आनंद पांडेय, गोरखनाथ सिंह, सुनील कुमार सिंह, शिवकुमार यादव, सुनील कुमार श्रीवास्तव, कैलाश प्रसाद, श्याम सुन्दर प्रसाद, रमेशचन्द, विरेन्द्र कुमार, बृजेश मिश्र, अवधेश मौर्या व संजीव सिंह सहित तमाम प्रशिक्षु उपस्थित थे।
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