जागरण संवाददाता, रामपुर : एक माह शिक्षिका की सर्विस बुक दबाए रखने वाले बिलासपुर खंड शिक्षाधिकारी और एबीआरसी के खिलाफ शिक्षक भड़क गए। गुस्साए शिक्षकों ने बीएसए का घेराव कर लिया। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 1सोमवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले तमाम शिक्षक एकत्र होकर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय आ गए। गुस्साए शिक्षकों ने प्रभारी बीएसए त्रिलोकीनाथ से मुलाकात की। शिक्षकों का कहना था कि हादसे में बेटी के पैर में फ्रैक्चर होने के बाद शिक्षिका सुषमा ने चाइल्ड केयर लीव के लिए आवेदन किया, लेकिन जानबूझकर खंडशिक्षाधिकारी और एबीआरसी ने शिक्षिका की सीसीएल स्वीकृत नहीं होने दीं। शिक्षिका की सर्विस बुक भी दबा ली गई। एक माह तक शिक्षिका इधर से उधर दौड़ती रहीं। उनका उत्पीड़न किया गया। मामला उछला तो शिक्षिका की सर्विस बुक तो मिल गई, लेकिन सीसीएल अब भी मंजूर नहीं की गई हैं। न ही शिक्षिका की सर्विस बुक दबाए रखने वाले बिलासपुर खंडशिक्षाधिकारी और एबीआरसी के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई है। उन्होंने बीएसए पर दोषियों को बचाने का आरोप लगाया। इस पर बीएसए भड़क गए। दोनों पक्षों में जमकर नोंकझोंक हुई। मामला बढ़ता देख बीएसए ने तीन दिन में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दे दिया। शिक्षकों ने तीन दिन में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर मामले को महिला आयोग तक ले जाने की चेतावनी दी है। जिलाध्यक्ष कैलाश बाबू, आनंद प्रकाश गुप्ता, सत्यदेव शर्मा, मनोज आर्य, अब्दुल अलीम, नरेश यादव, मोहम्मद सुहेल रहे।जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का घेराव करते शिक्षक ’ जागरण
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