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Monday, April 24, 2017

कानपुर : गुरुजी पर ऑनलाइन नजर, उपस्थिति जांचेगा सॉफ्टवेयर

सरकारी स्कूलों के शिक्षक अब घर में बैठकर खुद को उपस्थित नहीं दिखा सकेंगे। अधिकारियों के निरीक्षण पर कागज का टुकड़ा उनकी छुट्टी का सुबूत भी नहीं दे सकेगा। उन पर निगरानी रखने वाले प्रधानाध्यापक भी गलत जानकारी नहीं दे सकेंगे। आईआईटी के इंडस्टियल एंड मैनेजमेंट इंजीनियरिंग विभाग के पूर्व छात्र व प्रोमार्ग सोल्यूशन के फाउंडर ओंकार ने एक ‘एजुकेशनल क्वालिटी मानीटरिंग एंड गवर्नेस सोल्यूशन’ साफ्टवेयर तैयार किया है जो हेडमास्टर व शिक्षकों पर नजर रखेगा। उन्होंने इसे उप्र के स्कूलों में लागू करवाने को सीएम को भेजने के लिए प्रस्ताव तैयार किया है।

आईआईटी से एमटेक कर चुके ओंकार का यह सॉफ्टवेयर झारखंड के गिरिडीह जिले के 3485 माध्यमिक स्कूलों की मानीटरिंग कर रहा है। शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए विकसित किया गया यह सॉफ्टवेयर इन स्कूलों में पढ़ाने वाले 9800 शिक्षकों के प्रतिदिन का लेखा जोखा अपलोड कर रहा है। यह एनालिसिस उस स्कूल, उस प्रधानाध्यापक व उस शिक्षक को सामने लाकर खड़ा कर देता है जो काम नहीं कर रहे।

साल भर पहले लागू किए गए सिस्टम के बाद शिक्षकों की उपस्थिति 28 फीसद बढ़ गई। ओंकार ने बताया जब इस सॉफ्टवेयर पर डेटा अपलोड किए थे तब शिक्षकों की उपस्थिति 68 फीसद थी जो 90 फीसद का आकड़ा पार कर चुकी है।

ऐसे करता है काम : इस ‘इनपॉवर यू’ मोबाइल एंड वेब एप्लीकेशन का कमांड प्रधानाध्यापक व शिक्षक दोनों के हाथों में रहता है। इसमें प्रधानाध्यापक यह अपलोड करता है कि कितने शिक्षक आए, कितने बजे आए व कितने घंटे पढ़ाया। यह सब एक फार्मेट के रूप में होता है जिसे भरने पर यह स्वत: सर्वर में चला जाता है। जिसे कंट्रोल रूप में एनालिसिस सॉफ्टवेयर के जरिए देखा जाता है। वहीं अगर शिक्षक छुट्टी मांग रहा है तो वह अपना प्रार्थना पत्र इस एप्लीकेशन के जरिए देगा। बिना इंटरनेट के भी यह काम करता है। इसकी ट्रेकिंग जीपीएस के जरिए होती है जिससे पता चलता है कि आप हाजिरी लगाने के दौरान स्कूल में हैं कि नहीं। ओंकार बताते हैं कि यह सॉफ्टवेयर बच्चों के मिड-डे मील पर भी निगाह रखेगा। इससे मिड-डे मील की फंडिंग, उसकी उपलब्धता, छात्रों की उपस्थिति व ग्रहण करने वाले छात्रों की फोटो संग पूरी जानकारी कंट्रोल रूम पहुंचेगी। रसोईघर में मिड डे मील तैयार होने व छात्रों के ग्रहण करते समय यह दो फोटो हेडमास्टर इस सॉफ्टवेयर के जरिए भेजेंगे। इससे मिड डे मील की गुणवत्ता सुधरने के साथ फंड में गड़बड़ी पकड़ी जा सकेगी।

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