2018 की बोर्ड परीक्षा की तैयारी में मिलेगी मदद
डेली न्यूज़ नेटवर्कलखनऊ। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) से सम्बद्ध विद्यालयों में अब एक समान सतत एवं मूल्यांकन प्रणाली लागू होगी। बोर्ड ने 2009 से चले आ रहे संबंध स्कूलों की छठी से नौवीं कक्षाओं के लिए निरंतर और व्यापक मूल्यांकन (सीसीई) प्रणाली को अमान्य कर दिया है। अब शैक्षिक वर्ष 2017-18 से इसे नए प्रारूप ‘मूल्यांकन, परीक्षा और रिपोर्ट कार्ड की एक समान प्रणाली’ से बदला जाएगा। ऐसा करने के पीछे सीबीएसई का उद्देश्य स्कूलों में शिक्षण और मूल्यांकन का मानकीकरण करना है। इस नई व्यवस्था से कक्षा 6 और उसके बाद की कक्षाओं के सभी छात्रों का मूल्यांकन एक समान मूल्यांकन प्रक्रिया के तहत किया जाएगा। सभी स्कूलों को इसका पालन करना होगा। सीबीएसई बोर्ड की मानें तो बहुत से सम्बद्ध स्कूल कक्षा छह से नौ तक के छात्रों के मूल्यांकन और परीक्षा के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते हैं। इससे सभी स्कूलों में एक समान शिक्षण और मूल्यांकन नहीं हो पा रहा था। जिसकी वजह से इसमें बदलाव किया गया है।
बोर्ड अधिकारियों की मानें तो इस बदलाव से छात्रों को 2018 की दसवीं बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों में भी मदद मिलेगा। ये नया प्रारूप शिक्षण, आंकलन, परीक्षा और रिपोर्ट कार्ड के मानकीकरण के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में सराहनीय कदम है। इससे उन छात्रों को भी सहूलियत होगी जिन्हें किसी कारण से एक स्कूल छोड़कर दूसरे स्कूल में पढ़ने के लिए जाना पड़ता है।नीट के लिए 31 मार्च तक चुन सकते हैं शहर सीबीएसई ने इस साल नीट परीक्षा के लिए आवेदन करने वालों को बड़ी राहत देते हुए सेंटर चुनने की तारीख बढ़ा दी है। देश भर में सात मई को होने वाली परीक्षा के लिए अभ्यर्थी 31 मार्च तक शहर चुन सकते हैं। अभी तक यह तिथि 24 से 27 मार्च आधी रात तक निर्धारित थी। विदित हो कि इस बार नीट के लिए रिकॉर्ड 11,35,104 आवेदन आए हैं। आवेदनों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए बोर्ड ने परीक्षा के लिए शहरों की संख्या में इजाफा कर दिया है। इस बार परीक्षा के लिए देश भर में 2200 से अधिक संस्थानों में सेंटर बनाए जा रहे हैं। आवेदन प्रक्रिया एक मार्च को समाप्त हो चुकी है।
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