सरकारी कार्य से तनाव की वजह नहीं उतर रही गले1रामपुर : प्राइमरी स्कूल के शिक्षक द्वारा आत्महत्या करने की वजह मृतक के पिता ने सरकारी कार्य की वजह से तनाव बताई। पुलिस को लिखा-पढ़ी में भी यही वजह लिखकर दी है। हालांकि आत्महत्या का यह कारण किसी के गले नहीं उतर रहा। सरकारी शिक्षक की नौकरी को आसान माना जाता है। शिक्षक की ड्यूटी सिर्फ पांच घंटे की होती है। चर्चा में यह भी बात सामने आई थी कि हाल ही में टीजीटी का पेपर था, जो विनोद को देना था, लेकिन वह किसी कारण से पेपर नहीं दे पाया था। इससे वह तनाव में था। पुलिस ने जब उसका शव रेलवे ट्रैक से बरामद किया था, तब वह लोअर पहने था। पैरों में चप्पल थी, जो घटना के बाद भी ज्यों की त्यों पैरों में ही थी। पुलिस का मानना है कि गर्दन का धड़ से अलग होना और बाकी शरीर में कहीं चोट का निशान न होना आत्महत्या की ओर इशारा कर रहा है। हालांकि आत्महत्या की सही वजह उसकी मौत के साथ ही चली गई। पुलिस को कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला।
रात से गायब था, हापुड़ का रहने वाला विनोद कुमार शादीपुर मिलक गांव के प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापक
जागरण संवाददाता, रामपुर : प्राइमरी स्कूल के शिक्षक ने रेलवे ट्रैक पर लेटकर अपनी जान दे दी। उसके द्वारा आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी। हालांकि मृतक के परिजनों ने काम के तनाव को आत्महत्या की वजह माना। परिजन बिना किसी कार्रवाई के शव ले गए। मृतक मूल रूप से हापुड़ के लज्जापुरी का 33 वर्षीय विनोद कुमार पुत्र तेजपाल सिंह था। वह शादीपुर मिलक गांव के प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापक था। उसने किराये पर रफत कालोनी ज्वालानगर में कमरा ले रखा था। रविवार को सुबह उसका शव रेलवे ट्रैक पर ग्राम कल्याणपुर पट्टी गांव के पास मिला। सूचना पर शहजादनगर पुलिस वहां पहुंची। शिक्षक का सिर धड़ से अलग था। पुलिस का अनुमान है कि आत्महत्या के लिए वह पटरी पर सिर रखकर लेट गया। ट्रेन उसकी गर्दन को धड़ से अलग करती हुई गुजर गई। मृतक लोअर पहने था और पैरों में चप्पल थी। पहले तो पुलिस ने मृतक को आसपास के गांव का मानकर ग्रामीणों से शिनाख्त कराने का प्रयास किया। शिनाख्त न होने पर शव जिला अस्पताल मोर्चरी में भिजवा दिया। अपराह्न में मृतक के परिजन तलाश करते हुए शहजादनगर थाने पहुंच गए। दरअसल, मृतक जिस किराये के कमरे में रहता था, उसके मकान मालिक ने परिजनों को फोन पर उसके गायब होने की सूचना दी थी। वह शनिवार शाम से गायब था। रात भर कमरे पर नहीं आया था। परिजन यहां पहुंचे। उसकी तलाश में थानों और अस्पताल के चक्कर काट रहे थे। किसी ने लावारिश शव के मोर्चरी में होने की सूचना दी थी, जिसकी शिनाख्त शिक्षक के पिता ने की। शहजादनगर थाना प्रभारी अजय कुमार ने बताया कि परिजनों ने पुलिस कार्रवाई से इन्कार कर दिया। हालांकि पोस्टमार्टम कराने के बाद ही शव परिजनों को सौंपा गया
रात से गायब था, हापुड़ का रहने वाला विनोद कुमार शादीपुर मिलक गांव के प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापक
जागरण संवाददाता, रामपुर : प्राइमरी स्कूल के शिक्षक ने रेलवे ट्रैक पर लेटकर अपनी जान दे दी। उसके द्वारा आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी। हालांकि मृतक के परिजनों ने काम के तनाव को आत्महत्या की वजह माना। परिजन बिना किसी कार्रवाई के शव ले गए। मृतक मूल रूप से हापुड़ के लज्जापुरी का 33 वर्षीय विनोद कुमार पुत्र तेजपाल सिंह था। वह शादीपुर मिलक गांव के प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापक था। उसने किराये पर रफत कालोनी ज्वालानगर में कमरा ले रखा था। रविवार को सुबह उसका शव रेलवे ट्रैक पर ग्राम कल्याणपुर पट्टी गांव के पास मिला। सूचना पर शहजादनगर पुलिस वहां पहुंची। शिक्षक का सिर धड़ से अलग था। पुलिस का अनुमान है कि आत्महत्या के लिए वह पटरी पर सिर रखकर लेट गया। ट्रेन उसकी गर्दन को धड़ से अलग करती हुई गुजर गई। मृतक लोअर पहने था और पैरों में चप्पल थी। पहले तो पुलिस ने मृतक को आसपास के गांव का मानकर ग्रामीणों से शिनाख्त कराने का प्रयास किया। शिनाख्त न होने पर शव जिला अस्पताल मोर्चरी में भिजवा दिया। अपराह्न में मृतक के परिजन तलाश करते हुए शहजादनगर थाने पहुंच गए। दरअसल, मृतक जिस किराये के कमरे में रहता था, उसके मकान मालिक ने परिजनों को फोन पर उसके गायब होने की सूचना दी थी। वह शनिवार शाम से गायब था। रात भर कमरे पर नहीं आया था। परिजन यहां पहुंचे। उसकी तलाश में थानों और अस्पताल के चक्कर काट रहे थे। किसी ने लावारिश शव के मोर्चरी में होने की सूचना दी थी, जिसकी शिनाख्त शिक्षक के पिता ने की। शहजादनगर थाना प्रभारी अजय कुमार ने बताया कि परिजनों ने पुलिस कार्रवाई से इन्कार कर दिया। हालांकि पोस्टमार्टम कराने के बाद ही शव परिजनों को सौंपा गया
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