बाराबंकी। बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार अनुपमा जायसवाल ने प्राइमरी विद्यालय बुढ़वल सुगरमिल रामनगर का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय के अध्यापकों और बच्चों से उन्होंने पढ़ाई की गुणवत्ता का फीडबैक लिया। विद्यालय में पठन-पाठन का माहौल बहुत खराब पाया गया। बेसिक शिक्षा मंत्री ने विद्यालय के अध्यापकों और एबीएसए को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने सचेत करते हुए अध्यापकों को निर्देश दिया कि पूरे मनोयोग से बच्चों को निर्धारित पाठयक्रम के अनुसार पढ़ाई सुनिश्चित कराए। उन्होंने एबीएसए को निर्देश दिया कि विद्यालयों में पर्यवेक्षण कार्य प्रभावी ढ़ग से सुनिश्चित कराए।विद्यालय में कुल छह बच्चे उपस्थित थे। कक्षा 01, कक्षा 02 और कक्षा 03 में कुल 02-02 बच्चे उपस्थित मिले।
कोई भी छात्र वर्णमाला के सभी अक्षर नहीं सुना सका। विद्यालय के ब्लैक बोर्ड पर अंकित तथ्य 15 अप्रैल, 2017 के बाद बदला नहीं गया था। बच्चों की कॉपियां भी अध्यापकों द्वारा सही ढ़ग से नहीं जांची गई थी। विद्यालय के अध्यापकों में रागिनी देवी ने अपने एक प्रार्थना पत्र में रामनगर की जगह रामनग लिखा था, जिस पर अनुपमा जायसवाल ने चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि जब विद्यालय के अध्यापकों को ही समुचित ज्ञान नहीं है, तो वह बच्चों को कैसे अच्छी शिक्षा देंगे। विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति काफी कम होने पर बेसिक शिक्षा मंत्री ने चिन्ता व्यक्त की और अध्यापकों के साथ ही एबीएसए को भी निर्देश दिया कि गांव के अभिभावकों से बात-चीत कर उन्हें बच्चों की शिक्षा के महत्व के प्रति जागरूक करें और अधिक से अधिक बच्चे प्राइमरी विद्यालय में आएं, इसके लिए हर संभव प्रयास करें।
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