हाथरस हिन्दुस्तान संवादजनपद के सभी परिषदीय स्कूल सेटेलाइट से जोड़े जाएंगे। इसमें शिक्षकों का नंबर भी जोड़ा जाएगा। सेटेलाइट से जुड़ जाने के बाद अधिकारी कहीं से भी स्कूल की जानकारी व शिक्षकों की लोकेशन ट्रेस कर लेंगे। स्कूलों की लोकेशन के लिए शिक्षकों से अक्षांश व देशांतर का रिकार्ड मांगा जा रहा है। जिले में बेसिक शिक्षा विभाग के 1519 स्कूल हैं। इनमें 456 उच्च प्राथमिक और बाकी के प्राथमिक विद्यालय हैं। शासन द्वारा इन स्कूलों का डाटा तैयार कराया जा रहा है। इसमें विद्यालयों से सम्बन्धित जानकारी निर्धारित फार्मेट पर तो मांगी ही जा रही है। इसके अलावा विद्यालय किस लोकेशन और किसा अक्षांश व देशांतर पर मौजूद है, इसके बारे में भी ब्योरा तैयार कराया जा रहा है। शिक्षकों को हो रही दिक्कत : जो शिक्षक-शिक्षिकाएं एंड्रायड मोबाइल चलाने में एक्सपर्ट हैं, उन्हें तो अक्षांश व देशांतर निकालने में कोई दिक्कत नहीं हो रही, लेकिन कीपैड वाले मोबाइल चलाने वाले शिक्षक काफी परेशान नजर आ रहे हैं।नहीं कर सकेंगे स्कूल गोल : स्कूलों को सेटेलाइट के अटैच किया जाएगा। इसमें सम्बन्धित विद्यालय के प्रधानाध्यापक का मोबाइल नम्बर भी दर्ज होगा। सेटेलाइट से जुड़ने के बाद शिक्षक अपनी लोकेशन को छुपा नहीं सकेंगे, क्योंकि वे जहां पर भी होंगे, उनकी लोकेशन खुलकर सामने आ जाएगी।
स्कूलों के अक्षांश व देशांतर का रिकार्ड तैयार किया जा रहा है। सभी प्रधानाध्यापकों को इस सम्बन्ध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं, भविष्य में स्कूलों को अक्षांश व देशांतर के माध्यम से सेटेलाइट से जोड़ा जाएगा। -रेखा सुमन, बीएसए
स्कूलों के अक्षांश व देशांतर का रिकार्ड तैयार किया जा रहा है। सभी प्रधानाध्यापकों को इस सम्बन्ध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं, भविष्य में स्कूलों को अक्षांश व देशांतर के माध्यम से सेटेलाइट से जोड़ा जाएगा। -रेखा सुमन, बीएसए
No comments:
Write comments