शासन ने परिषदीय विद्यालय के छात्रों का आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया है। 20 जून तक प्रत्येक छात्र का आधार कार्ड बन जाना है। इसके बाद जिस छात्र का आधार कार्ड होगा, उन्हें ही मध्याह्न् भोजन की सुविधा मिल पाएगी। लेकिन विभाग, छात्र और नामित निजी संस्थान की उदासीनता के चलते यह योजना शुरुआत में ही धड़ाम हो गई है।
महानगर स्थित प्राथमिक विद्यालयों में पिछले सप्ताह से आधार कार्ड बनना शुरू हुआ। जल्द ही गर्मी में विद्यालय भी बंद हो जाएंगे। ऐसे में आधार कार्ड बनाना एक चुनौती साबित होगी। सर्व शिक्षा अभियान ने पिछले साल ही कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्रओं का आधार कार्ड तैयार कर दिया। इसके बाद मामला अधर में लटक गया। शासन ने आधार कार्ड बनाने का जिम्मा निजी संस्थान को दी है, लेकिन वह भी कच्छप गति से चल रहा है। नगर शिक्षा अधिकारी ब्रह्मचारी शर्मा के अनुसार सरकार ने मध्याह्न् भोजन योजना को आधार कार्ड से जोड़ने की योजना बनाई है। योजना लागू होने के बाद से जिन बच्चों के पास आधार कार्ड होगा उन्हें ही मध्याह्न् भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। इस महत्वाकांक्षी योजना से प्रत्येक छात्रों का एक अपना पहचान पत्र तो होगा ही, मध्याह्न् भोजन योजना में भी पारदर्शिता आएगी। नगर शिक्षा अधिकारी ने बताया कि महानगर के समस्त छात्रों का आधार कार्ड बनाने के लिए प्रधानाध्यापकों को निर्देशित कर दिया गया है। जगह- जगह कैंप लगाकर रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। इस योजना में कहीं कोई उदासीनता नहीं चलेगी।’
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