बीएसए के आदेश पर भारी पड़ रहे शिक्षक
प्रभारी जिला बेसिक शिक्षाधिकारी त्रिलोकीनाथ शिक्षकों का अटैचमेंट खत्म नहीं कर सके। आदेश के बाद भी सभी शिक्षक स्कूलों में नहीं पहुंचे। वे अब भी कार्यालयों और मनचाही सीटों पर जमे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग में अटैचमेंट का खेल चल रहा है। यह स्कूलों से लेकर कार्यालयों तक है। खंड शिक्षाधिकारी अपने स्तर से भी एक से दूसरे स्कूल में शिक्षकों को अटैच कर देते हैं। जिला मुख्यालय पर भी शिक्षकों को जहां-तहां अटैच कर रखा है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, बीएसए कार्यालय, निर्वाचन कार्यालय, कारागार आदि में शिक्षकों को अटैच कर रखा है। कुछ रोज पहले राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख की नाराजगी के बाद बीएसए ने शिक्षकों का अटैचमेंट समाप्त कर दिया था। सभी को तीन दिन में अपनी तैनाती के स्थान पर ज्वाइन करने का आदेश दिया था, लेकिन इस पर अमल नहीं हो सका। हालांकि कुछ शिक्षक रिलीव हो गए, लेकिन कुछ शिक्षक अब भी अटैच पद ही कार्य कर रहे हैं। सभी कार्यालय में एक-दो शिक्षक अटैच हैं। शिक्षक बीएसए के आदेश पर भारी पड़ रहे हैं। कुछ ने बनवा लिया दबाव: रामपुर। कुछ प्राइमरी शिक्षक असरदार हैं। जब उन्हें रिलीव किए जाने का नंबर आया तो उन्होंने अपनी ताकत का इस्तेमाल किया। कुछ अधिकारियों का भी सहारा लिया गया है, जिन्होंने उनकी मदद की। आला अफसरों को बताया कि इन्हें रिलीव कर दिया गया तो काम खराब होगा।
अधिकतर शिक्षक स्कूलों को रिलीव हो गए हैं। कुछ शिक्षक रिलीव नहीं हुए हैं,जिनका विकल्प तलाश किया जा रहा है। जहां उनका काम करने में कोई और कर्मचारी सक्षम नहीं है। जल्द ही उन्हें भी रिलीव कराया जाएगा। त्रिलोकी नाथ, प्रभारी बीएसए
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