लखनऊ । बीएड में दाखिले के लिए बुधवार को हुई संयुक्त प्रवेश परीक्षा-2017 में हजारों छात्र शामिल होने से वंचित हो गए। यह स्थिति लविवि की ओर से परीक्षा के कुछ घंटे पहले विशय गु्रप में सुधार का मौका देने से इंकार किए जाने की वजह से उत्पन्न हो गई। आलम यह रहा कि अभ्यर्थी सेंटर पर तो पहुंचे लेकिन अचानक इस बदलाव की वजह से कई केन्द्रों पर अभ्यर्थियों और स्टाफ के बीच नौंकझौंक भी हुई।
दरअसल, इस बार बीएड के आवेदन के समय बहुत से ऐसे अभ्यर्थी थे जिन्होंने विषय ग्रुप भरने में त्रुटि कर दी थी। परीक्षा कराने वाले लविवि ने अभ्यर्थियों को सुधार का मौका देने की बात कही थी। लिहाजा बीएड समन्वय समिति की ओर से पूर्व में जारी निर्देशों के तहत ऐसे अभ्यर्थियों को परीक्षा केन्द्र पर ही सुधार कर अपने विषय वर्ग के हिसाब से परीक्षा देने के निर्देश जारी किए गए। लेकिन, बुधवार को परीक्षा शुरू होने के चंद घंटे पहले ही इसमें बदलाव कर दिया गया। लविवि ने ऐन वक्त पर केन्द्रों पर मैसेज भेज दिए कि सिर्फ विषय वर्ग के हिसाब से ही अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल किया जाए। इसकी वजह से केन्द्र पर परीक्षा देने पहुंचे बहुत से अभ्यर्थियों को बैरंग लौटना पडा और वे परीक्षा में नहीं षामिल हो सके।
इस मामले में बीएड समन्वयक प्रो. नवीन खरे का कहना है कि लविवि ने पहले सुधार का मौका देने की बात कही थी। लेकिन मंगलवार को बैठक में इस निर्णय को वापस ले लिया गया। समय न होने के कारण इसकी सूचना जारी नहीं की जा सकी।
⚫ केंद्रों पर अभ्यर्थियों के साथ जमकर हुई नोकझोंक
बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा की दूसरी पाली में कला वर्ग के प्रश्न पत्र में गड़बड़ी की शिकायतें सामने आई। अभ्यर्थियों का आरोप है कि बीएड द्वितीय पाली में एलएमजेके सीरीज की बुकलेट में 80 से 86 तक एक भी प्रश्न नहीं थे। वहीं 87 से 93 तक सिर्फ हिन्दी में ही प्रश्न लिखे थे। इसके अलावा 94 से 100 तक अंग्रेजी भाषा में थे। कई केंद्रों पर हिन्दी में प्रश्न न लिखे होने की शिकायत दर्ज कराई गई। प्रश्न पत्र के हिन्दी अनुवाद में कुछ सवाल कम थे। हालांकि प्रो. खरे का कहना है कि यह गलत है। उन्होंने बताया कि अंग्रेजी भाषा से जुड़े कुछ सवालों को लेकर असमंजस्य की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। जबकि, किसी भी पेपर में भाषा से जुड़े सवालों का अनुवाद दिया ही नहीं जा सकता।
⚫ 11 प्रतिशत रहे अनुपस्थित
बीएड प्रवेश परीक्षा में 11 प्रतिषत अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। इस बार परीक्षा में शामिल होने के लिए 7,64,676 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था। जिसमें 4.15 लाख परीक्षा देने पहुंचे। 347 अभ्यर्थियों ने नेशनल पीजी कॉलेज में बने केन्द्र में अपनी फोटो अपलोड की। पहला दो पालियों में हुई। पहली पाली में सुबह आठ से 11 बजे और दूसरी पाली में दोपहर एक से चार बजे के बीच परीक्षा हुई। सोमवार तक जारी होगी आंसर-की समन्वयक प्रो. नवीन खरे ने बताया कि सोमवार तक आंसर-की जारी कर दिया जाएगा। जबकि प्रवेश परीक्षा के नतीजे 23 से 25 मई के बीच जारी कर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि एक जून से काउंसलिंग शुरू करने की तैयारी है।
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