एनबीटी ब्यूरो, लखनऊ : यूपी बोर्ड ने सरकार को सत्र 2018-19 से सीबीएसई का सिलेबस लागू करने और एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई कराने का प्रस्ताव सरकार को भेजा है। यह सिलेबस लागू होने पर छात्र बाजार में कहीं से भी एनसीईआरटी की किताबें खरीद सकेंगे।
जानकारों के अनुसार, पिछले ढाई दशक से राजनीतिक आधार पर किए गए बदलावों से यूपी बोर्ड का सिलेबस तो बढ़ता गया लेकिन वह वक्त के अनुसार, अपडेट नहीं हो पाया। इसके साथ ही पब्लिशर, अफसरों और स्कूलों की मिलीभगत से किताबों की मनमानी छपाई भी शुरू हो गई। ऐसे में यूपी बोर्ड में लंबे समय से सीबीएसई का सिलेबस लागू करने की मांग उठ रही थी।
...तो राजनीति ने चौपट किया यूपी बोर्ड सिलेबस
हम कई साल से मांग कर रहे थे कि एनसीईआरटी की किताबें ही यहां लागू कर दी जाएं। इससे सिलेबस के नाम पर रोज-रोज के प्रयोगों से राहत मिलेगी। किताबों के नाम पर हो रहे गोरखधंधे पर भी रोक लगेगी। - डॉ. जे.पी. मिश्र, संरक्षक प्रधानाचार्य परिषद
यूपी बोर्ड का पाठ्यक्रम बहुत अच्छा था लेकिन राजनीतिक घालमेल और प्रकाशकों की मिलीभगत ने इसे खराब कर दिया। - डॉ. आर.पी. मिश्र, प्रांतीय मंत्री माध्यमिक शिक्षक संघ
जानकारों के अनुसार, पिछले ढाई दशक से राजनीतिक आधार पर किए गए बदलावों से यूपी बोर्ड का सिलेबस तो बढ़ता गया लेकिन वह वक्त के अनुसार, अपडेट नहीं हो पाया। इसके साथ ही पब्लिशर, अफसरों और स्कूलों की मिलीभगत से किताबों की मनमानी छपाई भी शुरू हो गई। ऐसे में यूपी बोर्ड में लंबे समय से सीबीएसई का सिलेबस लागू करने की मांग उठ रही थी।
...तो राजनीति ने चौपट किया यूपी बोर्ड सिलेबस
हम कई साल से मांग कर रहे थे कि एनसीईआरटी की किताबें ही यहां लागू कर दी जाएं। इससे सिलेबस के नाम पर रोज-रोज के प्रयोगों से राहत मिलेगी। किताबों के नाम पर हो रहे गोरखधंधे पर भी रोक लगेगी। - डॉ. जे.पी. मिश्र, संरक्षक प्रधानाचार्य परिषद
यूपी बोर्ड का पाठ्यक्रम बहुत अच्छा था लेकिन राजनीतिक घालमेल और प्रकाशकों की मिलीभगत ने इसे खराब कर दिया। - डॉ. आर.पी. मिश्र, प्रांतीय मंत्री माध्यमिक शिक्षक संघ
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