जनपद के जूनियर हाईस्कूलों में मनमाने ढंग से की गई फर्जी नियुक्तियों के मामले में बेसिक शिक्षा विभाग के संबंधित बाबू बुधवार को लखनऊ तलब किए गए। बाबू (लिपिक) ने सभी फाइलें जांच अधिकारी को सौंप दी है। फाइलों की जांच के बाद संबंधित लोगों से पूछताछ की प्रक्रिया शुरू होगी। फिलहाल फाइलों के लखनऊ पहुंचने की सूचना पर ही विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। सूत्रों के अनुसार इस फर्जीवाड़े में विभाग के कई अन्य भी जांच के दायरे में आ गए हैं। बीएसए ओम प्रकाश यादव पहले ही निलंबित किए जा चुके हैं। शिकायतकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों के लगातार दबाव के बाद जांच की प्रक्रिया और तेज कर दी गई है। मामले की जांच लखनऊ के संयुक्त शिक्षा निदेशक को सौंपी गई है। सूत्रों का कहना है कि बीएसए ने अपने लगभग 22 माह के कार्यकाल में मनमाने ढंग से 40 से अधिक नियुक्तियां की हैं। इनमें दर्जन भर उनके सगे संबंधी हैं। अभी भी सहायक शिक्षा अधिकारी बेसिक (एडी बेसिक) के यहां दर्जन भर से अधिक अनियमितताओं की जांच चल रही है। बशारतपुर स्थित डा. अंबेडकर शिक्षा निकेतन के प्रबंध समिति के पदाधिकारी राणा प्रताप सूरज ने भी बीएसए पर मनमाने ढंग से नियुक्ति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया है कि जांच के बाद सहायक शिक्षा निदेशक ने कमिश्नर को रिपोर्ट सौंपी थी। कमिश्नर ने 25 अप्रैल को पत्र लिखकर नियुक्तियों को निरस्त करने के लिए निर्देशित किया था
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