नए शैक्षिक सत्र में निश्शुल्क किताब और ड्रेस के अलावा प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा आठ तक के समस्त छात्रों को ड्रेस भी मिलेगा। ड्रेस नई सरकार में नया होगा। इसके लिए शासन ने शिक्षा अधिकारियों से स्कूल और छात्रों का ब्यौरा मांगा है।
छात्रों को निश्शुल्क बैग प्रदान करने की योजना कोई नई नहीं है। पिछली सरकार ने बैग देने की योजना बनाई थी और विभागों को बैग भी उपलब्ध भी कराया था। अक्टूबर-नवंबर तक विभाग को बैग भी मिल गए थे, लेकिन उदासीनता के चलते बैग छात्रों तक नहीं पहुंच सका। आलम यह है कि विभाग में लाखों बैग डंप हैं, उनकी सुधि लेने वाला काई नहीं है। गोरखपुर जनपद को ही सात लाख बैग मिले थे। विभाग का कहना है कि आधे बैग छात्रों में बांटे जा चुके हैं, लेकिन यह आंकड़ा सिर्फ कागजी है। बैग विभाग के गोदामों में अपने हाल पर आंसू बहा रहे हैं। भाजपा की नई सरकार अब छात्रों को नया बैग उपलब्ध कराने की येाजना तैयार की है। संयुक्त शिक्षा निदेशक ने समस्त जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों से स्माल, मीडियम और लार्ज बैग के लिए रिपोर्ट मांगी है।जागरण संवाददाता, गोरखपुर : नए शैक्षिक सत्र में निश्शुल्क किताब और ड्रेस के अलावा प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा आठ तक के समस्त छात्रों को ड्रेस भी मिलेगा। ड्रेस नई सरकार में नया होगा। इसके लिए शासन ने शिक्षा अधिकारियों से स्कूल और छात्रों का ब्यौरा मांगा है।
छात्रों को निश्शुल्क बैग प्रदान करने की योजना कोई नई नहीं है। पिछली सरकार ने बैग देने की योजना बनाई थी और विभागों को बैग भी उपलब्ध भी कराया था। अक्टूबर-नवंबर तक विभाग को बैग भी मिल गए थे, लेकिन उदासीनता के चलते बैग छात्रों तक नहीं पहुंच सका। आलम यह है कि विभाग में लाखों बैग डंप हैं, उनकी सुधि लेने वाला काई नहीं है। गोरखपुर जनपद को ही सात लाख बैग मिले थे। विभाग का कहना है कि आधे बैग छात्रों में बांटे जा चुके हैं, लेकिन यह आंकड़ा सिर्फ कागजी है। बैग विभाग के गोदामों में अपने हाल पर आंसू बहा रहे हैं। भाजपा की नई सरकार अब छात्रों को नया बैग उपलब्ध कराने की येाजना तैयार की है। संयुक्त शिक्षा निदेशक ने समस्त जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों से स्माल, मीडियम और लार्ज बैग के लिए रिपोर्ट मांगी है।ब्लड कैंसर से जूझ रही मेधावी छात्र सुप्रिया की आगे की पढ़ाई निश्शुल्क होगी। राष्ट्रीय इंटर कालेज बौलिया प्रबंधन ने उसे निश्शुल्क शिक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया है। उसका कहना है कि सुप्रिया ने गंभीर बीमारी के बाद भी हाईस्कूल बार्ड की परीक्षा में 81 फीसद अंक हासिल कर न केवल अपनी मेधा शक्ति का परिचय दिया है, बल्कि विद्यालय का भी मान बढ़ाया है। विद्यालय प्रबंधन सुप्रिया की पढ़ाई में पूरा सहयोग करेगा और जहां भी आवश्यकता होगी खड़ा रहेगा।
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