फतेहपुर :जौनपुर जनपद से स्थानांतरित होकर आए नवागंतुक बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह की कार्यशैली को भांपने में गुरुजी जुट गए हैं। पूर्व जिले में तैनाती को लेकर उनकी गतिविधियों को जानने के लिए जिले के शिक्षक-शिक्षिकाएं अपने चिर परिचितों से संपर्क साधकर जिज्ञासा शांत करने में जुटे हुए हैं। एक ओर जहां शिक्षक-शिक्षिकाओं की भारी भरकम संख्या मुस्तैदी से दायित्व निर्वाहन की हैं वहीं विभाग में तमाम शिक्षक-शिक्षिकाएं ऐसे हैं जो अपने मूल काम से इतर दूसरे काम कर रहे हैं या फिर सेटिंग गेटिंग करके दायित्व निर्वाहन से मुंह मोड़े हुए हैं।
तत्कालीन डीएम राजीव रौतेला ने यमुना तटवर्ती गांवों के स्कूलों में तैनात 300 स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाओं को प्रतिदिन स्कूल न आने के लिए चिन्हित कर उजागर कर दिया था। शिक्षक समुदाय में तमाम ऐसे शिक्षक हैं तो ठेकेदारी से लेकर व्यापार कर रहे हैं। नए बीएसए के आने से इनके सीने में सांप लोटने लगा है। गनीमत इस बात की है कि जून माह में ग्रीष्मकालीन अवकाश चल रहा है अभी 20 दिन शेष हैं। इतने दिनों में नए बीएसए का रुख स्पष्ट हो जाएगा। पूर्व बीएसए द्वारा गोद लिए गए स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाएं राहत महसूस करते हुए टोह लेने में जुट गई हैं कि नए बीएसए गोद लिए स्कूलों के साथ क्या नीति अपनाएंगे। वहीं नए बीएसए ने जिलाधिकारी के सामने पेश होकर योगदान आख्या लेकर शासन की मीटिंग में प्रतिभाग के लिए चले गए हैं। वहीं जिले में तैनात रहे बीएसए विनय कुमार सिंह ने जौनपुर जाकर कार्यभार ग्रहण कर लिया है। जिससे बदलाव में रुकावट की आशाएं खत्म हो गईं हैं।
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