DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Sunday, June 25, 2017

स्कूलों के पास पकड़े जाएंगे खतरनाक स्कूली वाहन, स्कूल खुलने के बाद परिवहन विभाग शुरू करेगा अभियान

लखनऊ : इस साल जनवरी में एटा की स्कूल बस दुर्घटना में 13 मासूम बच्चों की मौत की धमक दिल्ली तक पहुंची थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर अफसोस जताया था और परिवहन अधिकारी भी प्रदेश भर के स्कूली वाहनों के लेकर चर्चा में ऐसे जुट गए थे कि मानो सब ठीक करके ही मानेंगे, लेकिन अब गर्मी की छुट्टियों के बाद फिर एक बार स्कूल खुलने वाले हैं और हालात जस के तस हैं। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि अभियान चला कर ऐसे वाहनों को अब स्कूलों के पास ही पकड़ा जाएगा।




परिवहन विभाग के अपर आयुक्त प्रवर्तन वीके सिंह बताते हैं कि जिन स्कूलों के पास अपनी बसें हैं, उन पर तो नियंत्रण करना आसान है लेकिन, असंगठित तौर पर बच्चों को स्कूल ले जा रहे ई-रिक्शा से लेकर ऑटो रिक्शा, टेंपो, वैन और मिनी बसें जैसे वाहनों को नियंत्रित करना मुश्किल है। ऐसे स्कूली वाहनों का औसत करीब 50 फीसद है। सिंह का कहना है कि इन वाहनों को लेकर अभिभावकों को ही जागरूक होना पड़ेगा। उन्हें देखना होगा कि वाहन चालक कहीं जरूरत से ज्यादा बच्चों को जबरदस्ती तो नहीं बैठा रहा। इसी तरह वाहन में दरवाजों के लॉक होने से लेकर फिटनेस के अन्य सामान्य बिंदुओं को लेकर भी अभिभावकों से सतर्क रहने की अपेक्षा की गई है।



आरटीओ से करें शिकायत : परिवहन अधिकारियों ने जुलाई से स्कूलों के पास ही स्कूली वाहनों की जांच करने की तैयारी की है तो साथ ही अभिभावकों से भी कहा है कि स्कूली वाहनों को लेकर मनमानी किए जाने की शिकायत वे अपने जिले के संभागीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) में कर सकते हैं। 


No comments:
Write comments