अब परिषदीय विद्यालयों को भी अधिकारी गोद लेंगे। गोद लेने के बाद विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था सुदृढ़ होगी और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की सौगात मिलेगी। इसकी शुरूआत सबसे पहले खंड शिक्षा अधिकारी गोद लेकर करेंगे। सीडीओ अंजनी कुमार सिंह की पहल पर कार्ययोजना बनाई गई है।
कक्षा एक से लेकर कक्षा आठ तक के परिषदीय स्कूलों को अफसर गोद लेंगे। स्कूल चलो अभियान की बैठक मुख्य विकास अधिकारी ने लिया है। कलेक्ट्रेट लोक सभागार में हुई बैठक में सीडीओ बताया कि शिक्षा का अधिकार के तहत सभी बच्चों को निशुल्क शिक्षा का अधिकार है, परंतु अभिभावकों को अपने अधिकारों की जानकारी नहीं है। अत: हमारा यह दायित्व है कि उन्हें शिक्षा के अधिकार के प्रति जागरूक किया जाए। शिक्षकों को भी प्रेरित किया जाना आवश्यक है। कि वे शिक्षा को इतना रुचिकर बनाएं की बच्चे स्वयं स्कूल आने के लिए लालायित रहें। बीईओ किसी एक स्कूल को स्वेच्छा से गोद ले तथा उसका विकास करेंगे। इस समय शिक्षक का योगदान समाज में अहम है। बीएसए पीएन सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रकाश कुमार व खंड शिक्षा अधिकारी मौजूद रहे।
आंगनबाड़ी केंद्रों से ले सूची: बेसिक शिक्षा अधिकारी पीएन सिंह ने बताया कि कुछ विद्यालय बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र न बना होने के कारण बच्चों का प्रवेश विद्यालय में नहीं लेते हैं। एक्ट में यह प्रावधान है कि किसी भी प्रमाणपत्र के अभाव में बच्चे का प्रवेश विद्यालय में न रोका जाए। सभी हेडमास्टरों को निर्देश दिया कि आंगनवाड़ी केंद्रों से सूची प्राप्त कर ले, जिससे यह पता चल जाएगा कि कितने बच्चे हैं, जिनका नामांकन किया जाना है।
बाराबंकी : सीडीओ अंजनी कुमार सिंह ने निर्देश दिया है कि प्रभात फेरी अनिवार्य रूप से निकाली जाए। यह आवश्यक है कि बच्चों के साथ एक शिक्षक भी सम्मिलित रहे। सभी प्रमुख स्थानों पर सर्व शिक्षा अभियान से संबंधी होर्डिंस लगवाई जाए। इन होर्डिंस में सर्व शिक्षा अभियान एवं स्कूल चलो अभियान का प्रचार प्रसार किया जाए। हर ब्लॉक में नुक्कड़ नाटक करवाने एवं नामांकन रथ निकलवाने का भी सुझाव दिया।
कार्यकत्रियां करेंगी शिक्षा का प्रचार :बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष आशा कार्यकत्रियां घर-घर जाकर के शिक्षा का प्रचार प्रसार करेंगी। ऐसे क्षेत्र जहां नामांकन संख्या तथा उपस्थिति बहुत कम है। उनका चयन कर लिया जाए और वहां पर विशेष अभियान चलाकर छात्रों की विद्यालय में नामांकन प्रक्रिया बढ़ाई जाए।
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