महराजगंज : उत्तर प्रदेश वित्त विहीन विद्यालय प्रबंधक संघ के आंदोलन से अधिकारी बेफिक्र हैं। अनिश्चित कालीन धरने के पांचवे दिन भी किसी अधिकारी ने प्रबधकों, शिक्षकों की सुधि नहीं ली। लिहाजा वह अब अपने आदोलन को आमरण अनशन में तब्दील करने के मूड में है। जिला संरक्षक जितेंद्र आर्य कवि ने कहा कि अधिकारी जब तक हमारी समस्त मांगों का स्थाई समाधान लेकर नहीं आते, तब तक हमारा आंदोलन चलता रहेगा। जिलाध्यक्ष रामराज चौरसिया ने कहा कि सरकार की तानाशाही नीति का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। जिला उपाध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने कहा कि किसी भी पार्टी के पदाधिकारी हम लोगों की पीड़ा नहीं सुनने आए, लेकिन चुनाव में सभी हमारे हितैषी हो जाते हैं। जिला महामंत्री नागेंद्र गुप्ता ने कहा कि प्रबंधकगणों का विद्यालय ही न जाने क्यों सरकार को गढ़ रहा है। प्रवक्ता शशिकांत शुक्ला ने कहा कि मान्यता प्राप्त, गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों को सरकार द्वारा मानदेय दिया जाना चाहिए। जिला संगठन मंत्री राकेश शर्मा ने कहा कि जिले के समस्त प्रबंधक प्रधानाचार्य एकजुट होकर धरने को मजबूती प्रदान करने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि कल विरोध स्वरूप जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष झाड़ू लगाया जाएगा। विष्णु देव उपाध्याय ने कहा कि यदि सरकार हमारी मांगों को समय से नहीं पूरा करती है, तो छात्रों के अभिभावकों तथा शिक्षकों को लेकर सड़क पर उतर कर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
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