DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Monday, June 5, 2017

शिक्षकों ने सीएम को गिनाई समस्या : सरप्लस शिक्षकों के नाम पर शिक्षकों का समायोजन तर्क संगत नहीं 

इलाहाबाद : शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने सरकिट हाउस में मुख्यमंत्री से मिलकर समस्याएं बताईं। नेतृत्व डॉ. शैलेश पांडेय ने किया। बताया कि सरप्लस शिक्षकों के नाम पर शिक्षकों का समायोजन किया जा रहा है जो तर्क संगत नहीं है। पूर्ववर्ती सरकारों की गलत शिक्षा नीतियों के कारण अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में छात्र संख्या में गिरावट आयी है जिसका ठीकरा अध्यापकों पर फोड़ना ठीक नहीं है।





 बताया कि चयन बोर्ड द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया में विलम्ब के कारण आज लगभग 70 प्रतिशत विद्यालयों में अंग्रेजी, गणित, विज्ञान पढ़ाने वाले अध्यापक नहीं हैं। प्रदेश के व्यायाम, कला, संगीत के अध्यापकों का प्रवक्ता पदनाम छीनने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षक किसी भी प्रकार की पेंशन व्यवस्था से वंचित हैं। शिक्षिकाओं को चाइल्ड केयर लीव और मातृत्व अवकाश नहीं मिल पा रहा है। इन समस्याओं पर सीएम ने उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया। इस दौरान अजय सिंह, इंद्रदेव पांडेय मौजूद रहे।


No comments:
Write comments