रामपुर निज संवाददाताबेसिक शिक्षा विभाग ने शहरी क्षेत्र के बच्चों को खाना देने के लिए सात स्वयं सेवी संस्थाओं का चयन कर लिया है, जबकि 25 संस्थाएं मानक से बाहर हो गई हैं। बेसिक शिक्षा विभाग बच्चों को दोहपर का खाना भी देता है। ग्रामीण क्षेत्र में खाने की जिम्मेदारी प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी पर है, लेकिन शहरी क्षेत्र में एनजीओ से खाना लिया जाता है। पांच साल पहले चयनित एनजीओ का अनुबंध इस बार समाप्त कर दिया गया था। अब नए सिरे से चयन किया गया है, लेकिन विभाग ने पहली बार शासनादेश का पालन कराया है। इससे पहले मनमाने तरीके से चयन किया जाता रहा है। विभाग को 32 संस्थाओं के आवेदन मिले थे, जिनकी स्क्रीनिंग की गई। इनमें 18 संस्थाएं पात्रता की श्रेणी से बाहर हो गई थीं और मानक पूरे करने वाली पात्र 14 संस्थाओं को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था, लेकिन इनमें से भी सात का चयन किया गया है। मैरिट में ऊपर से सात का चयन कर लिया गया। इससे एक बार फिर ज्यादातर एनजीओ संचालकों को मायूसी हाथ लगी है। इससे पहले बाल श्रम विभाग में भी सिर्फ पांच संस्थाएं ही मानक में आ सकी थीं, जहां 22 ने आवदन किया था।
No comments:
Write comments