महराजगंज : जिले में संचालित हो रहे परिषदीय विद्यालयों में से अभी भी 561 विद्यालयों को मध्याह्न् भोजन बनाने के लिए गैस कनेक्शन की दरकार है। धन के अभाव में गैस कनेक्शन नहीं हो पा रहा है। गैस कनेक्शन न होने की वजह से रसोइयों को भोजन बनाने में काफी उठानी पड़ रही है। जिले में संचालित हो रहे 2244 परिषदीय विद्यालयों में से अभी तक 1683 विद्यालय ऐसे हैं , जहां पर विभाग द्वारा गैस कनेक्शन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। विभाग ने जहां पर गैस कनेक्शन करा दिया है वहां पर रसोइयों द्वारा सुविधापूर्ण तरीके से भोजन बना कर बच्चों को परोसा जा रहा है, लेकिन धन के अभाव में अभी भी जिले के 561 परिषदीय विद्यालय ऐसे हैं जहां पर गैस कनेक्शन नहीं कराया गया है। गैस कनेक्शन से वंचित विद्यालयों में भोजन बनाने के लिए रसोइयों को या तो लकड़ी जलाना पड़ता है या फिर विद्यालय को प्रधान की व्यवस्था पर आश्रित रहना पड़ता है। यदि वंचित विद्यालयों में गैस कनेक्शन करा दिया जाए तो रसोइयों को बच्चों का भोजन बनाने में दिक्कतों से बचाया जा सकेगा।लक्ष्मीपुर ब्लाक में सर्वाधिक विद्यालय कनेक्शन विहीन: लक्ष्मीपुर ब्लाक में सर्वाधिक 122 विद्यालय गैस कनेक्शन विहीन है। निचलौल ब्लाक में 115, बृजमनगंज में 76, धानी में 65, घुघली में 16, सदर में 26, मिठौरा में 24, नौतनवां में 46, पनियरा में 25, सिसवा में 29, परतावल में नौ तथा फरेंदा में आठ विद्यालयों में अब तक गैस कनेक्शन नहीं हो सका है।
गैस कनेक्शन के लिए विभाग को 28 लाख की दरकार :
डीसी एमडीएम एमडीएम के जिला समन्वयक शैलेंद्र वर्मा ने बताया कि प्रत्येक परिषदीय विद्यालयों के गैस कनेक्शन के लिए पांच हजार की आवश्यकता है। जिले भर के 561 स्कूलों में कनेक्शन के लिए लगभग 28 लाख की आवश्यकता है, मांग की गई है।
गैस कनेक्शन के लिए विभाग को 28 लाख की दरकार :
डीसी एमडीएम एमडीएम के जिला समन्वयक शैलेंद्र वर्मा ने बताया कि प्रत्येक परिषदीय विद्यालयों के गैस कनेक्शन के लिए पांच हजार की आवश्यकता है। जिले भर के 561 स्कूलों में कनेक्शन के लिए लगभग 28 लाख की आवश्यकता है, मांग की गई है।
No comments:
Write comments