राइट टू एजुकेशन के तहत कान्वेंट में बेटे को पढ़ाने का सपना लेकर दाखिला कराने बीएसए ऑफिस गई महिला के साथ बेसिक शिक्षा विभाग के बाबू ने हरकत की। महिला से पांच हजार रुपये रिश्वत मांगने के साथ ही ‘गंदी बात’ की। महिला ने इसकी शिकायत शहामतगंज पुलिस चौकी में की, लेकिन पुलिस उन पर समझौते का दबाव बना रही है।
शहामतगंज चौकी क्षेत्र निवासी महिला ने चार वर्षीय बेटे का एडमिशन कराने के लिए आवेदन किया था। उसका नंबर दूसरी लिस्ट में था। एडमिशन के लिए महिला बीएसए दफ्तर पहुंची तो उसने पांच सौ रुपये की मांग वहां कार्यरत जिला समन्वयक ने की।
महिला ने उन्हें पांच सौ रुपये दे दिए और बच्चे का एडमिशन कराने को भारती पब्लिक स्कूल गई। वहां पर उन्होंने प्री-नर्सरी क्लास न होने की बात कहकर मना कर दिया। इसके बाद महिला 12 जुलाई को बीएसए दफ्तर पहुंची तो एक बाबू ने उनसे एडमिशन पत्र देने के बदले पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगी और एक होटल में मिलने की बात कही। लिपिक की शिकायत महिला ने उसी दिन पुलिस चौकी में की।
पुलिस ने उन पर समझौते का दबाव बनाया, लेकिन महिला ने कार्रवाई की मांग की। साथ ही बीएसए से भी शिकायत की। बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय मृदुल दुबे, सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी मनोज जेटली एवं जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता की जांच टीम गठित की।
जांच टीम ने शनिवार को महिला, उसके पति, जिला समन्वयक मधुवाला, लिपिक अरविंद के बयान दर्ज किए। जांच टीम अपनी रिपोर्ट जल्द ही बीएसए को सौंपेगी। इस तरह के आरोप सामने आने के बाद अधिकारी जांच पूरी होने के बाद कार्रवाई की बात कह रहे हैं।’>>महिला ने पुलिस से की शिकायत, बीएसए करा रहीं जांच
बीएसए ऑफिस की गंदी तस्वीर आई सामनेएक महिला ने शिकायत की है। टीम बनाकर जांच कराई जा रही है। जांच टीम और पुलिस कार्रवाई के आधार पर संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
चंदना राम इकबाल यादव, बीएसएपीड़िता ने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में लिखा कि बाबू ने मुझसे कहा ‘आप परेशान न हो, केवल आप पांच हजार का इंतजाम कर लो। आप जिस विद्यालय में प्रवेश के लिए कहेंगी, उसमें हो जाएगा। आप बहुत सुंदर हैं, आप अपना व्यक्तिगत नंबर दो और मेरा नंबर लो। मैं आज शाम आपसे आपके घर मिलने आऊंगा। रेलवे जंक्शन के पास एक होटल है
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