DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Monday, July 17, 2017

लखनऊ : आरटीई में बचे स्टूडेंट्स को भी मिलेगा एडमिशन, हजार बच्चों को नहीं मिला एडमिशन

आरटीई के प्रति जागरूकता बढ़ने के साथ ही शिक्षा विभाग में एडमिशन के लिए सिफारिशें भी आना शुरू हो गई हैं। दो साल पहले तक इसमें कोई आवेदन नहीं करता था। अब आवेदन की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। इसके बाद भी एडमिशन के लिए फोन आ रहे हैं।
04
10

हजार बच्चों का हुआ था चयन• एनबीटी, लखनऊ : राइट टू एजुकेशन के तहत हुई लॉटरी में जिन बच्चों को एडिमशन का मौका नहीं मिला उन्हें जल्द ही एडमिशन दिलवाया जाएगा। इस बार आरटीई की तीसरी लॉटरी में 10 हजार बच्चों को शामिल किया गया था जिसमें 6 हजार को सीटें अलॉट हो पाई हैं। बाकी 4 हजार को स्कूलों की सीटें भर जाने के कारण एडमिशन नहीं दिया जा सका। चूंकि इन बच्चों के प्रमाणपत्र सही है ऐसे में शिक्षा विभाग ने इन्हें स्कूलों में एडमिशन दिलवाने का निर्णय लिया है।

बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी ने बताया कि आरटीई के नियम के तहत बच्चे के घर के एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले स्कूल में ही एडमिशन देने का नियम है। कई स्कूलों ऐसे हैं जहां के लिए काफी संख्या में आवेदन आ गए हैं। जबकि कई स्कूलों में आवेदन कम आए हैं। जिन स्कूलों में सीटें खाली हैं उन स्कूलों में आस-पास के ही उन बच्चों को एडमिशन दिया जाएगा जिन्हें उनकी वरीयता में दिए गए स्कूल में एडमिशन नहीं मिला है। अभिभावक खुद भी ऐसे स्कूलों में जाकर पूछ सकते हैं।

No comments:
Write comments