महराजगंज : बेसिक शिक्षा विभाग में शासनादेश का पालन कराने की हामी भरने वाले कर्मचारी ही नियम कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। नतीजन हर गांव चौराहे पर बोर्ड लगाकर बेहतर शिक्षा का ख्वाब दिखा नौनिहालों के परिजनों को ठगा जा रहा है। शासन की लाख कोशिशों के बाद भी मानक विहीन स्कूल बंद होने का नाम नहीं ले रहे हैं। जिससे सरकार की मंशा पर सवालिया निशान लग रहा है। सरकार ने गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने हेतु कठोर कानून बनाकर फर्जीबाड़ा रोकने का आदेश समस्त शिक्षा अधिकारी को दिया था। 15 मई तक बगैर मान्यता व पंजीकरण के चल रहे स्कूलों को बंद करने को कहा था, लेकिन शिकायत करने पर भी शिक्षा अधिकारी मौन साधे हैं। कोल्हुई, लक्ष्मीपुर, बहदुरी आदि जगहों पर बिना मानक के खुले विद्यालय फल फूल रहे हैं। उल्टे अभिभावकों से भारी फीस विभिन्न माध्यमों से वसूल रहे है। जबकि सरकार ने प्रवेश शुल्क, फीस ,किताब, कापी खरीदने एवं विद्यालय में बेचने पर रोक लगाई है, परंतु सब कुछ बदस्तूर जारी है । जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश शुक्ल ने बताया कि जांच कराई जा रही है। ऐसे विद्यालयों पर जुर्माना के साथ संस्था को बंद कराया जाएगा।
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