⏺ जिलाधिकारी राजीव रौतेला ने सरदारनगर स्थित प्राथमिक विद्यालय तिलौली को रोल मॉडल माना है। उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) को निर्देशित किया है कि वे अन्य विद्यालयों को भी तिलौली की ही तर्ज पर विकसित करें, ताकि शिक्षा का माहौल स्थापित किया जा सके। मध्याह्न् भोजन योजना को भी सुचारू रूप से चलाने के लिए भी उन्होंने समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है।
⏺ बुधवार को आयोजित जनपदीय बैठक में प्रभारी बेसिक शिक्षा अधिकारी महेन्द्र नाथ त्रिपाठी ने मध्याह्न् भोजन योजना में आ रही दिक्कतों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि ग्राम प्रधान और कोटेदारों की लापरवाही से मध्याह्न् भोजन बनवाने में कठिनाई उत्पन्न हो रही है। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने लापरवाही बरतने वाले ग्राम प्रधान और कोटेदारों के खिलाफ कार्रवाई के लिए दिशा-निर्देश जारी किया। कोटेदारों से मिलने वाले बोरों की जांच कराई जाए।
⏺ रसोइयों के संदर्भ में भी जिलाधिकारी ने आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया। मध्याह्न् भोजन योजना के जिला समन्वयक दीपक पटेल ने बताया कि सफाईकर्मी नियमित रूप से विद्यालय नहीं पहुंचते हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया और कहा कि विद्यालयों में सफाईकर्मियों की उपस्थिति अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करें। अंत में उन्होंने समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे शिक्षकों की उपस्थित दुरुस्त कराएं।
⏺ बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन, जिला विकास अधिकारी गोरखपुर, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी आदि मौजूद रहे।’मध्याह्न् भोजन योजना की समीक्षा में डीएम ने बीईओ को सौंपी जिम्मेदारी
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