DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Tuesday, August 8, 2017

लखनऊ : बच्चों से खराब व्यवहार पर होगी कार्यवाही, बीएसए ने डीआईओएस के साथ मिलकर गठित की कमेटी

शहर के अमान्य स्कूलों पर भी माध्यमिक और बेसिक दोनों ही विभागों ने कार्रवाई शुरू कर दी है। बेसिक के 18 स्कूलों को बीएसए ने नोटिस जारी किया है, वहीं माध्यमिक में मलिहाबाद के स्कूल पर डीआईओएस ने छापा मारकर उसे बंद कराने के निर्देश दिए हैं। दोनों ही विभागों की ओर से गठित टीमें अमान्य स्कूलों पर छापा मारकर उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगी।
बीएसए ने डीआईओएस के साथ मिलकर गठित की कमिटी
को दाखिला मिला है, उनके खिलाफ ज्यादा शिकायतें आई हैं। वहीं कुछ स्कूलों ने आरटीई के तहत पिछले साल जो एडमिशन लिए थे इस साल उन्हें अगली क्लास में दाखिला नहीं दे रहे है। जबकि यह गलत है। इस पर अंकुश लगाने के लिए ही कमिटी का गठन किया गया है। चूंकि आरटीई के तहत माध्यमिक स्कूलों में भी एडमिशन होते है। इसलिए इस कमिटी में बेसिक और माध्यमिक दोनों विभागों के प्रतिनिधि रहेंगे। कमिटी स्कूलों पर छापा मारकर उसकी वास्तविकता देखेगी। अगर शिकायत सही पाई गई तो स्कूल पर कार्रवाई की जाएगी।• एनबीटी, लखनऊ : शहर के स्कूलों ने अब अगर बच्चों के साथ किसी भी तरह का खराब व्यवहार किया तो शिक्षा विभाग की ओर से गठित स्कूल पर छापा मारेगी कार्रवाई करेगी। बीएसए प्रवीणमणि त्रिपाठी ने डीआईओएस के सहयोग से मिलकर एक कमिटी का गठन किया है। जिन स्कूलों के खिलाफ शिकायतें आ रहीं है यह कमिटी उन स्कूलों पर छापा मारकार कार्रवाई करेगी।

बीएसए प्रवीणमणि त्रिपाठी ने बताया कि कई स्कूलों के खिलाफ शिकायत आई है कि वह बच्चों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रहे है। खासकर राइट-टू-एजुकेशन के तहत जिन बच्चों

No comments:
Write comments