लखनऊ : राजधानी में एक व्यापारी ने सरकारी प्राइमरी स्कूल व पूर्व माध्यमिक स्कूल को गोद लेकर उसे संवारने का बीड़ा उठाया है। मां के सपने को साकार करने के लिए व्यापारी ने सरकारी स्कूल में कॉन्वेंट जैसी सुविधाएं देने का संकल्प लिया है। स्कूल में चहारदीवारी बनाई, फर्श सही करवाई और विद्यार्थियों को बैठने के लिए कुर्सियां भी मंगवाई है। फिलहाल स्कूल को चमकाने का काम शुरू हो गया है।
आलमबाग में रहने वाले व्यापारी तरनजीत सिंह का कहना है कि उनकी मां का सपना था कि बेटा गरीबों के लिए एक स्कूल बनवाए। वह जब भी अंबेडकरनगर के पूर्व माध्यमिक स्कूल व प्राइमरी स्कूल के सामने से गुजरते थे तो बड़ा कष्ट होता था, क्योंकि चहारदीवारी न होने के कारण यहां लोग कूड़ा फेंकते थे। शिक्षा के मंदिर में कूड़ा फेकने से कई बार उन्होंने लोगों को मना किया, लेकिन वह नहीं माने। शिक्षिकाओं से बात की तो वह बोली बाउंड्रीवाल नहीं है, इसलिए यह लोग गंदगी फेंकते हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान और उनके द्वारा सरकारी स्कूल को गोद लेकर उसे चमकाने की नसीहत भी बहुत काम आई। फिर क्या था स्कूल को गोद ले लिया और यहां बाउंड्रीवाल, फर्श बनाई। बिजली का कनेक्शन लेकर पंखे व ट्यूबलाइट का इंतजाम किया। सबमर्सिबल पंप लगवाकर पेयजल का भी इंतजाम किया गया। यही नहीं इसे हरा भरा बनाने के लिए पौधरोपण करवाया। यहां पर विद्यार्थियों को बैठने के लिए कुर्सियां भी मंगवाई गई हैं। इस स्कूल को चमकाने के लिए करीब चार लाख से अधिक का धन खर्च होगा। स्कूल की इंचार्ज अनीता अवस्थी कहती हैं कि उन्होंने अपने उच्चाधिकारियों को इससे अवगत करवा दिया है। उन्होंने भी इसे प्रोत्साहित किया है।
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