ब्लाक संसाधन केंद्र चरगांवा पर शनिवार को विकास खंड चरगांवा क्षेत्र की समायोजित शिक्षिकाओं ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित चिट्ठी के साथ राखी रजिस्टर्ड डाक से भेजकर सहायक अध्यापिका का खोया सम्मान पुन: देने की गुहार लगाई है। चिट्ठी में यह अपील है कि मुस्लिम शासक होते हुए भी हुमायूं ने आपातकाल में रानी दुर्गावती की मदद की थी। उसी प्रकार वर्तमान में उत्तर प्रदेश की समायोजित शिक्षिकाएं आपात स्थिति से गुजर रही है, जिसका सम्मान सर्वोच्च न्यायालय के आदेश से समाप्त हो चुका है, इस विपत्ति के घड़ी में राखी का सम्मान रखते हुए देश के प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री बहनों के खोए सम्मान को पुन: सहायक अध्यापिका का पद देकर वापस कर दें।
राखी भेजने वाली शिक्षिकाओं में मुख्य रूप से नीलम गुप्ता, किरण भारद्वाज, मंदाकिनी चौहान, फेलेना देवी, नीलम, अर्चना चौहान, सरोज चौहान, सत्यभामा, विनीता यादव, कनकलता मिश्र, सीमा सिंह, कंचन त्रिपाठी, कविता साहनी सहित अन्य कई शिक्षिकाएं थी।
पूर्व सैनिकों को बांधी राखी : दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय मुख्य द्वार पर शनिवार को राष्ट्रीय विद्यार्थी सभा के कार्यकर्ताओं ने भूतपूर्व सैनिकों को राखी बांधी। कार्यक्रम में महापौर डा. सत्या पांडेय ने भी भागीदारी की और पूर्व सैनिकों को राखी बांध नमन किया। मेजबान संगठन के महानगर अध्यक्ष शिवशंकर गौड़ ने कहा कि रक्षाबंधन दायित्व निर्वहन, प्रेम और स्नेह का प्रतीक है। यह सामाजिक भेदभाव को मिटाता है
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