जनपद के परिषदीय विद्यालयों में तैनात प्रेरकों ने सोमवार को महानगर की सड़कों पर भिक्षाटन कर सरकार से अपना हक मांगा। इस दौरान उन्होंने सरकार पर प्रेरकों की उपेक्षा का आरोप लगाया। उनका कहना है कि पिछले 18 माह से सरकार मानदेय नहीं दे रही है। परिवार भुखमरी के कगार पर है। प्रेरकों ने जिला प्रशासन को मुख्यमंत्री को संबोधित आठ सूत्री ज्ञापन सौंपा। साथ ही उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी।
आदर्श लोक शिक्षा प्रेरक वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित आंदोलन में प्रेरकों ने भिक्षाटन के बाद सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन भी किया। शास्त्री चौराहा पर उन्होंने रास्ता भी जाम कर दिया। पुलिस को हस्तक्षेप पर रास्ता खाली किया। अंत में सभा की। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष मृत्युंजय पांडेय ने बताया कि मानदेय के लिए प्रेरक लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार को ज्ञापन भी दिया जाता है। प्रेरकों ने लखनऊ में शांतिपूर्ण तरीके से धरना दिया था, लेकिन उनके ऊपर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान दर्जनों प्रेरक गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद भी सरकार ने प्रेरकों की सुध नहीं ली। अब प्रेरक भिक्षाटन के जरिये अपना हक मांग रहे हैं। भिक्षाटन में मिले धन को प्रदेश सरकार को भेजा जाएगा। जिलाध्यक्ष ने सरकार से बकाया मानदेय का यथाशीघ्र भुगतान कराने, मानदेय बढ़ाने तथा नियमित करने की मांग की है। इस मौके पर गिरजेश पाठक, भूनेश प्रताप चंद, गजेन्द्र सिंह, मनोज यादव, आनन्द, ऋतुराज, शमीम खान, अमित पाण्डेय आदि बड़ी संख्या में प्रेरक मौजूद थे
No comments:
Write comments