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Thursday, September 7, 2017

गोरखपुर : सम्मानित हुईं प्रधानाध्यापक अल्पा, भाषा और गणित शिक्षण को सुगम बनाने के लिए मिला आइसीटी पुरस्कार


सरदारनगर स्थित प्राथमिक विद्यालय तिलौली की प्रधानाध्यापक अल्पा निगम को नेशनल आइसीटी पुरस्कार (सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी) से सम्मानित किया गया है। शिक्षक दिवस पर नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में उप राष्ट्रपति एम वेंकैयानायडू ने उन्हें प्रशस्ति पत्र, मेडल, नकद और लैपटाप आदि प्रदान किया। मानव संसाधन एवं विकास मंत्रलय के तत्वावधान में प्रदेश के तीन सहित देश भर के 24 शिक्षकों को नेशनल आइसीटी पुरस्कार प्रदान किया गया है।

अल्पा निगम को यह पुरस्कार शिक्षा में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी को लागू करने पर मिला है। इस पुरस्कार के लिए अल्पा सहित प्रदेश के सिर्फ तीन शिक्षक ही चयनित हुए हैं। इस पुरस्कार के लिए दो चरणों में स्क्रीनिंग की गई थी। पहले चरण में प्रदेश स्तर पर तथा दूसरे चरण में राष्ट्रीय स्तर स्क्रीनिंग हुई। राष्ट्रीय स्तर पर दिसम्बर 2016 में 108 शिक्षकों को भोपाल में स्क्रीनिंग टेस्ट से गुजरना पड़ा, जिसमें सिर्फ 24 का चयन किया गया। अल्पा ने नवाचार प्रयोग के तहत भाषा और गणित शिक्षण को सुगम बनाया है। उन्होंने सीमित संसाधन के जरिये विद्यालय में छोटी सी भाषा लाइब्रेरी की स्थापना की जिसमें छात्र ई कनेक्ट के जरिये रुचिपूर्ण व सरल विधियों से अध्ययन करते हैं। विद्यालय में आइसीटी का प्रयोग 2011 से ही किया जा रहा है। शुरआत में बच्चे लैपटाप से पढ़ते थे। अब वे स्मार्ट क्लास में प्रोजेक्टर के माध्यम से पढ़ाई करते हैं। आज बच्चों को किताबों के अलावा ई पाठशाला और ई पोथी के जरिये पढ़ाया जा रहा है। आइसीटी का प्रयोग बच्चों के साथ उनके अभिभावकों पर भी किया गया। प्रधानाध्यापक ने खुद 140 महिलाओं को साक्षर बनाया है। वह गांवों में पहुंचकर चौपाल लगाती हैं। लोगों को शिक्षा के अलावा साफ-सफाई और इंसेफेलाइटिस के प्रति भी जागरूक करती हैं। इस विद्यालय में दर्जन भर कान्वेंट विद्यालय के छात्र पढ़ रहे हैं। जिलाधिकारी राजीव रौतेला ने इस विद्यालय के माडल को अन्य स्कूलों में भी लागू करने के लिए निर्देशित किया है।प्रधानाध्यापक अल्पा निगम को पुरस्कार प्रदान करते उप राष्ट्रपति वेंकैयानायडू

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