इलाहाबाद : परिषदीय स्कूलों में समय बदलने का विरोध शुरू, उमस भरी गर्मी से हो रही दिक्कत।
गर्मी को देखते हुए बेसिक स्कूलों का समय सुबह आठ बजे से अपराह्न एक बजे तक करने की मांग की है। इसके अलावा एरियर व अक्टूबर का वेतन दीवाली के पहले देने की मांग की गई है। इसके अलावा प्रदेश सरकार द्वारा सेवारत बेसिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा के शिक्षकों की फरवरी 2018 में परीक्षा लेने व परीक्षा में 60 फीसद अंक पाने पर ही वार्षिक वेतनवृद्धि लागू करने के निर्णय को हास्यास्पद करार दिया है।
एसोसिएशन ने देश के नीति निर्माता नेताओं, आइएएस-पीसीएस व कर्मचारियों की भी हर साल परीक्षा लेने की मांग की है। साथ ही यह भी कहा है कि नेताओं की भी न्यूनतम शैक्षिक योग्यता निर्धारित की जाए। यह मांग एक बैठक में की गई। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रभाकर मिश्र, भूपेंद्र प्रताप सिंह, भारत भूषण त्रिपाठी, मयंकधर दूबे, नीरज मिश्र, कमलेश त्रिपाठी, गीता रंजन आदि मौजूद रहे।गर्मी को देखते हुए बेसिक स्कूलों का समय सुबह आठ बजे से अपराह्न एक बजे तक करने की मांग की है। इसके अलावा एरियर व अक्टूबर का वेतन दीवाली के पहले देने की मांग की गई है। इसके अलावा प्रदेश सरकार द्वारा सेवारत बेसिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा के शिक्षकों की फरवरी 2018 में परीक्षा लेने व परीक्षा में 60 फीसद अंक पाने पर ही वार्षिक वेतनवृद्धि लागू करने के निर्णय को हास्यास्पद करार दिया है।
एसोसिएशन ने देश के नीति निर्माता नेताओं, आइएएस-पीसीएस व कर्मचारियों की भी हर साल परीक्षा लेने की मांग की है। साथ ही यह भी कहा है कि नेताओं की भी न्यूनतम शैक्षिक योग्यता निर्धारित की जाए। यह मांग एक बैठक में की गई। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रभाकर मिश्र, भूपेंद्र प्रताप सिंह, भारत भूषण त्रिपाठी, मयंकधर दूबे, नीरज मिश्र, कमलेश त्रिपाठी, गीता रंजन आदि मौजूद रहे।
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