DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Sunday, October 15, 2017

केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालयों से होगी शुरुआत, मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने गाइडलाइन बनाने के दिए निर्देश, उच्च शिक्षण संस्थानों की तर्ज पर अब स्कूलों की भी होगी रैंकिंग

उच्च शिक्षण संस्थानों की तर्ज पर सीबीएसई स्कूलों की भी अब रैंकिंग होगी। इसकी शुरुआत केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालयों से होगी। मानव संसाधन विकास मंत्रलय ने दोनों ही विद्यालय संगठनों से इसके लिए एक गाइडलाइन तैयार करने को कहा है। साथ ही निर्देश दिया है कि अगले शैक्षणिक सत्र से इसे शुरू करने की की जाए। मौजूदा समय में देशभर में 1128 केंद्रीय विद्यालय और 589 नवोदय विद्यालय हैं।

मानव संसाधन विकास मंत्रलय की इस पहल को स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता को सुधारने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। स्कूलों के बीच प्रतिस्पर्धा शुरू होने पठन-पाठन में सुधार होगा। साथ ही ऐसे विद्यालयों को भी चिह्नित करने में मदद मिलेगी, जो अपनी किसी न किसी कमजोरी के चलते पिछड़ रहे हैं। तो उच्च शिक्षण संस्थानों के बीच ऐसी ही प्रतिस्पर्धा से सुधार सामने आने के बाद यह पहल की गई है। मौजूदा समय में देशभर में सीबीएसई से संबद्ध 17 हजार से ज्यादा स्कूल हैं। स्कूलों की रैंकिंग तय करने का जो आधार होगा, उनमें विद्यालय का बुनियादी ढांचा, खेलकूद की सुविधाएं, छात्रों के क्लास रूम, पुस्तकालय आदि शामिल हैं। इसके अलावा एक शिक्षक पर छात्रों की औसत संख्या, शिक्षकों की योग्यता, पास आउट होने वाले छात्रों का प्रतिशत, प्रोफेशनल कोर्सो के लिए छात्रों के चयन का प्रतिशत और फीस जैसे मानक भी शामिल होंगे।’

No comments:
Write comments