इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा निदेशक के बदलने का असर आने वाले कुछ दिनों में दिखाई पड़ेगा। उम्मीद है कि दीपावली के आसपास कई नए अफसरों को जिम्मेदारी मिल सकती है। अपर शिक्षा माध्यमिक रमेश इसी माह सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उनकी जगह पर जल्द ही तैनाती होगी। मंडल व जिलों में भी पूर्व निदेशक के ही करीबी अफसर जमे हैं। उनके फेरबदल से ही वास्तविक बदलाव दिखेगा।
प्रदेश की भाजपा सरकार बनने के छह माह बाद माध्यमिक शिक्षा में ऊपरी स्तर पर बदलाव हुआ है। ज्ञात हो कि अमरनाथ वर्मा की जगह अवध नरेश शर्मा को नया निदेशक बनाया गया है, वह पहले भी यह जिम्मेदारी निभा चुके हैं। हालांकि जिस अफसर को जिम्मेदारी मिली है उनकी सेवानिवृत्ति भी कुछ माह बाद ही है। इसके बाद भी विभाग में बदलाव से इन्कार नहीं किया जा रहा है। खासकर उन पदों पर जहां गुंजायश बरकरार है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र सचिव का अतिरिक्त प्रभार यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव के पास है। बोर्ड परीक्षाएं सिर पर हैं इसलिए उन्हें अतिरिक्त जिम्मेदारी से निजात मिल सकती है।
शिक्षा निदेशालय के अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक रमेश की सेवानिवृत्ति के पहले ही उनकी जगह नई तैनाती होने के पूरे आसार हैं। मंडलों का प्रभार कार्यवाहक संयुक्त शिक्षा निदेशक देख रहे हैं साथ ही कई जेडी के पास दो-दो मंडलों का दायित्व है। कामकाज में तेजी लाने के लिए प्रभारियों को हटाने और हर मंडल में जेडी की तैनाती होने की उम्मीद जगी है। मंडल व जिला मुख्यालयों पर भी तैनात जिला विद्यालय निरीक्षक पूर्व निदेशक के करीबी हैं उनमें से कुछ के कामकाज पर पहले से सवाल उठे हैं। ऐसे अफसरों को किनारे लगाए जाने के आसार हैं। यह बदलाव जल्द ही होगा, ताकि विभागीय कामकाज तेजी से संपन्न हो सके।
शिक्षा निदेशालय में राजकीय कालेजों के एलटी ग्रेड पुरुष संवर्ग की वरिष्ठता सूची बनाने का काम तेजी से शुरू हो चुका है। यह कार्य जल्द ही पूरा होगा। इसके बाद तीन वर्ष से रुकी पदोन्नति सूची जारी हो सकती है। 1जल्द जारी होगी परीक्षा नीति 1यूपी बोर्ड की परीक्षा नीति अब तक जारी न होने से मुख्यालय पर परीक्षा केंद्रों के निर्धारण का कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। केंद्र निर्धारण इसी माह पूरा होना है। परीक्षा नीति इसी सप्ताह जारी होने के पूरे आसार हैं। उसके बाद कार्य तेजी से शुरू होगा।
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