लखनऊ : आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों का आधार नंबर न होने पर भी पुष्टाहार मिलना बंद नहीं होगा। अब पांच साल तक के बच्चों का यदि आधार नंबर नही है तो उनके माता-पिता का आधार नंबर दर्ज किया जाएगा। निदेशक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार ने जिलों को इसके औपचारिक आदेश भेज दिए हैं।
दरअसल, आंगनबाड़ी केंद्रों में होने वाला फर्जीवाड़ा रोकने के लिए सरकार ने इसके सभी लाभार्थियों का आधार नंबर जरूरी कर दिया है। यहां तक की पांच साल तक के सभी बच्चों का भी आधार नंबर जरूरी है। सरकार आंगनबाड़ी केंद्रों में भी विशेष कैंप लगवाकर सभी का आधार पंजीकरण करवा रही है। इसके बावजूद अभी भी बहुत से लाभार्थियों का आधार नंबर नहीं है।
इसी समस्या को देखते हुए सरकार ने पांच साल तक के ऐसे बच्चे जिनका आधार नंबर नहीं है उनके स्थान पर माता-पिता का आधार नंबर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। निदेशक राजेन्द्र कुमार सिंह ने सभी जिलों को इसी के अनुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। 127 प्रतिशत कार्यकर्ताओं के पास भी नहीं है आधार नंबर 1प्रदेश सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकतर्््िायों व सहायिकाओं के लिए भी आधार नंबर जरूरी किया है। इन सभी को बैंक खातों को आधार से जोड़ने के निर्देश दिए हैं।
एक साल से चल रही कवायद के बावजूद अभी तक 73 प्रतिशत कर्मियों ने ही अपने बैंक खाते आधार से जोड़े हैं। निदेशक राजेन्द्र कुमार सिंह ने इस पर नाराजगी जताई है। उन्होंने बताया कि 326380 में से 238395 कार्यकतर्््िायों व सहायिकाओं ने ही आधार से खाता जोड़ा है। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारियों से अपने यहां की कार्यकतर्््िायों व सहायिकाओं का बैंक खाता आधार से जोड़ने के निर्देश दिए हैं।
No comments:
Write comments