इलाहाबाद : यूपी बोर्ड और सीबीएसई बोर्ड का पाठ्यक्रम समान किए जाने का निर्णय पहले ही हो चुका है। बोर्ड ने शासन के निर्देश पर अपना पाठ्यक्रम भी बदल चुका है। 70 फीसद पाठ्यक्रम नया हुआ है, जबकि 30 फीसद पाठ्यक्रम वही है, जो पहले से पढ़ाया जा रहा है।
यह सिलेबस नए शैक्षिक सत्र से अप्रैल 2018 से लागू होना है। ऐसे में बाजार में एनसीईआरटी की किताबों की उपलब्धता बड़ी चुनौती है। सोमवार को इस संबंध में नई दिल्ली में बैठक हुई जिसमें बोर्ड सचिव व अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा शामिल हुए। इसमें आपूर्ति आदि पर चर्चा हुई।
अब जल्द ही शासन स्तर पर इस संबंध में बैठक होगी और बोर्ड एक प्रस्ताव भी भेजेगा। उसके बाद दिसंबर माह से किताबें बाजार में मुहैया होने के आसार हैं। बोर्ड ने बैठक के नतीजे अभी गोपनीय रखे हैं। उसका शासन स्तर से ही एलान होगा।
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