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Saturday, October 7, 2017

गाजीपुर : हाइकोर्ट के निर्णय पर अमल करते हुए कार्यरत शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन का निर्देश, एक दर्जन शिक्षकों की नौकरी पर संकट

गाजीपुर : परिषदीय विद्यालयों में नौकरी कर रहे एक दर्जन शिक्षकों की नौकरी खतरे में है। विदित हो कि हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सेकेंडरी एजुकेशन मध्य भारत ग्वालियर मध्यप्रदेश के प्रमाण पत्र को अमान्य घोषित कर दिया है। हाईकोर्ट का यह फैसला आने के बाद इसपर अमल करते हुए शासन ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को जिले में कार्यरत शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन करने का निर्देश दिया है। बेसिक शिक्षाधिकारी श्रवण कुमार ने जांच शुरू कर दी है। इससे संबंधित जिले में करीब एक दर्जन शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है।1अपने पत्र में बेसिक शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव अशोक कुमार गुप्ता ने कहा है कि शिक्षकों के चयन में हाईस्कूल व इंटर के अंक का कुल गुणांक आगणन भी शामिल किया जाता है। हाईस्कूल व इंटर के माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा प्रदत्त प्रमाण पत्र या उसके समकक्ष ही मान्य हैं, जबकि बहुत से शिक्षकों ने बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन मध्य भारत ग्वालियर मध्यप्रदेश का हाईस्कूल व इंटर या इसके समान नाम वाले अन्य तथा कथित बोर्ड का प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी हासिल की है। सचिव ने कहा है कि जिले में तैनात सभी शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्र की जांच की जाए। अगर कोई बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन मध्यभारत ग्वालियर मध्यप्रदेश के प्रमाण पत्र वाला मिलता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए।

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