जागरण संवाददाता, दुदही, कुशीनगर: दुदही विकास खंड में स्थाई खंड शिक्षा अधिकारी की तैनाती नहीं होने से प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था लड़खड़ा गई है। यहां विद्यालयों के खुलने व बंद होने की कोई समय निर्धारित नहीं है। इसके कारण छात्रों की संख्या लगातार घट रही है। इस विकास खंड में कुल 163 प्राथमिक विद्यालय हैं, जहां 414 शिक्षक तैनात किए गए हैं। कुल छात्र-छात्रओं की संख्या 22,7,62 है, जिसमें छात्रों की संख्या 10,513 तथा छात्रओं की संख्या 12,249 है। इसी तरह यहां पूर्व माध्यमिक विद्यालयों की संख्या 60 हैं। इनमें शिक्षक की संख्या 115 तो कुल छात्र-छात्रओं की संख्या 3879 है। 195 शिक्षामित्रों का समायोजन किया गया है। सात न्याय पंचायत में सात न्याय पंचायत समन्वयक की तैनाती है।
इसमें अजय राय को अमवादीगर, जवाहर प्रसाद को बांसगांव नूर मूहम्मद को दुदही, योगेन्द्र शर्मा को चार, सैमूद्दीन अंसारी को गोडरिया, रविन्द्र सिंह को धर्मपुर तथा विनोद सिंह को कोरयां में तैनात किया गया है। बावजूद इसके इस विकास खंड में लगातार छात्रों की संख्या घट रही है।
ग्रामीणों का आरोप है कि शिक्षक समय से विद्यालय नहीं आते हैं। आने के बाद बच्चों के पढ़ाने के बजाय फेसबुक वाट्सएप में लग जाते हैं। इसके कारण शिक्षा व्यवस्था का स्तर गिर रहा है। शिक्षक बच्चों को गिनती-पहाड़ा तक नहीं बताते हैं। शिक्षा व्यवस्था की देखभाल की जिम्मेदारी सेवरही के बीईओ शेषबहादुर सरोज को तीन माह से सौंपी गई है, पर सरोज साहब एक माह से अधिक समय से कार्यालय नहीं आ रहे हैं।
कार्यालय के दीवार पर अब भी पूर्व बीईओ भारत भूषण का नाम अंकित है, जिनका महीनों पूर्व दूसरे जिले में स्थानांतरण हो गया। शिक्षकों की मानें तो कार्यवाहक बीईओ सरोज मोबाइल से ही सूचना आदान-प्रदान कर लेते हैं। इस बिगड़ी व्यवस्था से नाराज अभिभावकों का कहना है कि स्थाई बीईओ की तैनाती नहीं होने से पूरे ब्लाक की प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था का स्तर गिर गया है। बीएसए हेमंत राव का कहना है कि मामला संज्ञान में नहीं है। यदि ऐसा है तो जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।बीईओ कार्यालय पर लटका ताला’
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