रामपुर निज संवाददाता
डीडीओ पोर्टल लागू किए जाने से जनपद के साढ़े तीन हजार प्राइमरी शिक्षकों का वेतन लटक गया है। ट्रेजरी ने बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा भेजा गया वेतन बिल वापस कर दिया है। इससे शिक्षकों में मायूसी है, जिन्हें सितंबर माह का वेतन नहीं मिल पा रहा है। प्राइमरी शिक्षकों को वेतन समय पर नहीं मिल पाता है। सितंबर माह का वेतन नहीं मिल सका है। हांलाकि बेसिक शिक्षा विभाग के लेखा कार्यालय ने वेतन प्रक्रिया गुरुवार को पूरी कर ली। जिले के साढ़े तीन हजार शिक्षकों का वेतन करीब 18 करोड़ रुपये है। वेतन बिल ट्रेजरी को भी भेज दिया, लेकिन ट्रेजरी भी अब कागजी काम को बंद कर रही है। अधिकतर कामकाज ऑनलाइन किया जा रहा है। इस बार से नया वीडियो पोर्टल लागू किया गया है, जिस पर वेतन बिल दिए जाना हैं, लेकिन अभी इसकी जानकारी किसी को नहीं है। न ट्रेजरी ही इस पर काम करने में माहिर है और न ही बेसिक शिक्षा का लेखा कार्यालय इसकी जानकारी रखता है। इससे समस्या आ गई है।
इस माह पुरानी व्यवस्था से दिया जाए वेतन : रामपुर प्राथमिक शिक्षक संघ ने बीएसए, लेखाधिकारी और ट्रेजरी अधिकारी को पत्र देकर कहा है कि शिक्षकों को दशहरे से पहले वेतन दिए जाने का आदेश था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। प्रदेश के समस्त जनपदों में शिक्षकों का वेतन दिया जा चुका है। इस बार यहां भी पुरानी व्यवस्था से वेतन जारी किया जाए और नई व्यवस्था इस माह के वेतन से लागू कर दी जाए। पत्र में जिलाध्यक्ष कैलाश बाबू, जिला मंत्री आनंद प्रकाश गुप्ता, शकुंतला लोधी, अब्दुल अलीम खां, रीता सक्सेना, सुरेश सक्सेना, महेन्द्र प्रताप, छत्रपाल यादव, दिलशाद वारसी, चुन्नीलाल आदि के हस्ताक्षर हैं।
ट्रेजरी ने पोर्टल पर बिला मांगा है, लेकिन पोर्टल ठीक से काम नहीं कर रहा है। ट्रेजरी से संपर्क बनाए हुए हैं। वेतन जारी कराने का प्रयास किया जा रहा है। -श्यामलाल जायसवाल, लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा
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