इलाहाबाद : की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2018 के लिए प्रदेश के 40 से अधिक जिलों में केंद्र निर्धारण का कार्य पूरा हो गया है। बोर्ड मुख्यालय क्षेत्रीय कार्यालय वार यह कार्य कर रहा है, साथ ही संबंधित जिलों से तत्काल रिपोर्ट भी मांगी जा रही है, ताकि कोई बड़ी चूक होने पर उसे दुरुस्त किया जा सके। सभी जिलों में केंद्र निर्धारण अगले दो दिन में पूरा होने की उम्मीद है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी मुख्यालय पर इस बार फिर कंप्यूटर के जरिये परीक्षा केंद्रों का निर्धारण हो रहा है। बोर्ड अफसरों के अनुसार सबसे पहले अलग-अलग क्षेत्रों के आठ जिलों के केंद्र निर्धारित करके उन जिलों से रिपोर्ट मांगी गई। असल में शासन की मंशा है कि पहले राजकीय फिर अशासकीय और सबसे अंत में स्ववित्तपोषित कालेज परीक्षा केंद्र बनाए जाएं। वहीं माध्यमिक कालेजों में संसाधन बढ़वाने पर भी सरकार का जोर है इसीलिए केंद्र निर्धारण में संसाधन के लिए अंक तय किए गए हैं।
★ आठ जिलों का प्रयोग सफल होने पर क्षेत्रीय कार्यालयवार बन रहे केंद्र
★ दो दिनों में कार्य पूरा होने के आसार जिलों से मांगी जा रही रिपोर्टवीडियो कांफ्रेंसिंग आज
आठ जिलों की रिपोर्ट ठीक आने पर केंद्र निर्धारण का कार्य तेज हुआ है। मुख्यालय के अनुसार अब तक करीब 40 से अधिक जिलों मे यह कार्य पूरा हो चुका है और संबंधित जिलों को निर्धारित केंद्रों की सूची तत्काल भेजी जा रही है। साथ ही जिला विद्यालय निरीक्षक व मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक को तुरंत जवाब भी लिया जा रहा है कि केंद्रों का चयन सही है या नहीं। अगले दो दिन में प्रदेश के सभी जिलों में केंद्र निर्धारित होने के आसार हैं। कार्य पूरा होने पर सूची वेबसाइट पर अपलोड होगी और लोगों से आपत्तियां ली जाएंगी।
हालांकि आपत्तियां भी इस बार ऑनलाइन ही संबंधित जिलों के लिए ली जाएंगी। उनका निस्तारण डीआइओएस को डीएम की अगुवाई में बनी समिति के समक्ष करना है। बोर्ड सचिव का कहना है कि शासन की मंशा है कि परीक्षा में नकल न होने पाए इसके लिए केंद्र निर्धारण की व्यवस्था पारदर्शी रखी गई है। अच्छी साख वाले स्कूलों को केंद्र बनने का मौका दिया जा रहा है।
माध्यमिक शिक्षा के अपर मुख्य सचिव संजय अग्रवाल मंगलवार को केंद्र निर्धारण पर सभी जिलों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए रूबरू होंगे और जिलाधिकारी के अलावा विभागीय अफसरों से रिपोर्ट लेंगे।
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