DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Saturday, November 4, 2017

एडेड विद्यालयों में नियुक्ति के खेल का होगा पर्दाफाश, रिक्त पदों की भर्तियां छिपाकर की जाती हैं मनमाने पैसे पर नियुक्तियां

■ युवा मंच के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- प्रबन्धक व डीआईओएस का खेल चल रहा है कईवर्षसे

■ रिक्त पदों की भर्तियां छिपाकर की जाती हैं मनमाने पैसे पर नियुक्तियां
युवा मंच के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- प्रबन्धक व डीआईओएस का खेल चल रहा है कईवर्षसे


 इलाहाबाद । युवा मंच के अध्यक्ष व बीएड उत्थान जन मोर्चा एवं युवा अधिकार मंच के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह ने प्रधान कार्यालय नैनी खरकौनी में शुक्रवार को बैठक हुई।इसमें सरकारी अधिकारियों के काले खेल को शीघ्र उजागर करने की बात सामने आयी।अफसर पब्लिक और सरकार की नजरों में धूल झोक कर युवाओं का हक छीनने का आरोप लगाते हुए न्यायालय में रीट डालने का एलान करते हुए श्री सिंह ने कहा अशासकीय सहायता प्राप्त इण्टर कालेजों में अध्यापक पद पर प्रबन्धक और डीआईओएस द्वारा पैसा लेकर अवैध नियुक्ति का गोरखधन्धा कई सालो से चल रहा है। इसकी वजह से कई जिलों के डीआईओएस जान बूझ कर विद्यालयो के रिक्त पदो का अधियाचन चयन बोर्ड को भेजते ही नही। 



उन्होंने कहा कि यही नही शिक्षाधिकारी अपने चहतों की नियुक्ति ऐसे विद्यालयों में कर रहे है। इण्टर कालेजो मे 1993 से आज तक फर्जी तरीके से नियुक्त लगभग 30,000 तदर्थ अध्यापको की जा चुकी है जिन्हें तत्काल हटाये जाने की कोर्ट से मांग प्रतियोगी छात्र प्रदेश सरकार से करेंगे। ये अध्यापक न्यायालय के आदेश से वेतन ले रहे है,जबकि न्यायालय ने कहा है कि आयोग से चयनित अभ्यर्थियों के आते ही इनकी सेवा स्वत: समाप्त हो जायेगी लेकिन इन पदो के अधियाचन को चयन बोर्ड को भेजा ही नही जाता और प्रबन्धक के कन्धे का सहारा लेकर सम्बंधित अधिकारी चाँदी काट रहे है जिसे बन्द करने के लिए प्रतियोगी छात्रों ने कमर कस ली है।



हद तो यह है कि निकले हुए विज्ञापन की भी सीटे घट जाती है तथा प्रबन्धको द्वारा भरे गये पदो का विज्ञापन भी नहीं दिया जाता उन्होने कहा कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक से आग्रह है कि सभी पदों का सही सही ब्यौरा तदर्थ न्युक्त शिक्षकों का 1993 से आज तक समस्त रिक्त पदो एवं तदर्थ अध्यापको के पदों को रिक्त मानते हुए समस्त पदो की अधियाचन चयन बोर्ड को भिजवा कर 2016 के विज्ञापन में ऐड कराये।



इस दौरान बैठक को बीएड उत्थान जन मोर्चा एवं युवा अधिकार मंच उत्तर प्रदेश के प्रदेशअध्यक्ष संगीता पाल , बीएड उत्थान जन मोर्चा एवं युवा अधिकार मंच के संयोजक चन्द्रेश यादव , सह संयोजक रितेश तिवारी, प्रदेश उपाध्यक्ष अरबिन्द मौर्या , प्रदेश महामंत्री उदय सिंह लोधी , प्रदेश कोषाध्यक्ष उमा शंकरसिंह, प्रदेश प्रवक्ता राहुल सिंह, संगठन मंत्री कंचन सिंह , सचिव अर्चना मौर्या , संजू पाठक , किरन वर्मा, शकुन्तला यादव, अमित कुमार पाण्डेय, आलोक सिंह , लाल मुनाई सिंह , सुरेन्द्र बहादुर सिंह , सौरभ सिंह, गौरव सिंह , सुभाष पटेल , नीरज सिंह, रवीन्द्र कुशवाहा, रवी तिवारी , सुनील मिश्रा तथा इलाहाबाद के जिलाध्यक्ष राजा राम प्रजापती सहित कई प्रतियोगी छात्र उपस्थित रहे।


No comments:
Write comments