बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2018 इस बार प्रतियोगी परीक्षाओं की तर्ज पर होगी। बोर्ड प्रशासन ने नकल पर अंकुश लगाने के लिए अहम निर्णय किया है। परीक्षार्थियों को अब उपस्थिति पंजिका में उत्तरपुस्तिका का बुकलेट नंबर भी दर्ज करना होगा। परीक्षार्थियों को नाम व अनुक्रमांक भरने के साथ ही यह प्रक्रिया हर दिन करनी होगी। इसका रिकॉर्ड संबंधित केंद्र व्यवस्था सुरक्षित रखेंगे और विवाद होने की स्थिति में इसे मजबूत आधार के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। 1माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड की लिखित परीक्षा छह फरवरी से होनी है। परीक्षा नकलविहीन कराने के लिए तमाम प्रयास हो रहे हैं। इस बार प्रदेश भर के 50 संवेदनशील जिलों में कोडिंग (क्रमांकित) वाली उत्तरपुस्तिकाएं मुहैया कराई जानी हैं। बोर्ड ने यह कदम इसलिए उठाया है, ताकि परीक्षार्थियों की कॉपियों की अदला-बदली न हो सके। ज्ञात हो कि 2017 की परीक्षा में भी प्रदेश के 31 जिलों में कोडिंग वाली कॉपियों पर ही इम्तिहान हुआ था। ऐसे में उत्तरपुस्तिका किसी दशा में बदली न जा सके इसके लिए परीक्षार्थियों से ही उपस्थिति पंजिका पर बुकलेट यानी कॉपी का क्रमांक अंकित कराया जाएगा। बोर्ड परीक्षा में यह नियम है कि परीक्षार्थी को सबसे पहले कॉपी मुहैया कराई जाती है उसमें परीक्षार्थी पूरा अंकन करते हैं। उसी के साथ उपस्थिति पंजिका में वह अपना नाम व अनुक्रमांक दर्ज करते हैं। अब उसी में एक कॉलम बुकलेट सीरीज का भी होगा। इस कदम से यदि कॉपी का कवर बदलने का भी प्रयास हुआ तो कोडिंग वाली कॉपियों में खुद स्पष्ट हो जाएगा। बोर्ड प्रशासन की मानें तो जल्द ही इस संबंध में केंद्र व्यवस्थापकों को दिशा-निर्देश जारी होंगे और इसका कड़ाई से अनुपालन कराने को कहा जाएगा। यह नियम इस वर्ष संवेदनशील में ही लागू हो रहा है, क्योंकि उन्हीं जिलों में क्रमांकित कॉपियां जा रही हैं। केंद्र व्यवस्थापक उपस्थिति पंजिका को सुरक्षित रखेंगे, ताकि जरूरत पड़ने पर उसे साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किया जा सके। अगले वर्षो में सभी जिलों में इन्हीं कॉपियों पर इम्तिहान होगा, तब यह निर्देश सबके लिए होगा। वहीं, परीक्षार्थियों की उपस्थिति भेजने के लिए पिछले वर्ष का पैटर्न यथावत रहेगा, जिसमें परीक्षा खत्म होते ही हर जिले को वेबसाइट पर उपस्थित परीक्षार्थियों का ब्योरा होता है।
उत्तरपुस्तिकाओं की अदला-बदला रोकने के लिए पहली बार प्रयोग 1’>>प्रदेश के संवेदनशील 50 जिलों में परीक्षार्थियों को करना होगा अंकनये हैं संवेदनशील 50 जिले 1अलीगढ़, आगरा, मथुरा, हाथरस, एटा, मैनपुरी, फीरोजाबाद, कासगंज, शाहजहांपुर, बदायूं, मुरादाबाद, संभल, इलाहाबाद, कौशांबी, हरदोई, कानपुर नगर, कानपुर देहात, फतेहपुर, चित्रकूट, गाजीपुर, आजमगढ़, बलिया, देवरिया, जौनपुर, गोंडा, अंबेडकर नगर, सुलतानपुर, भदोही, संतकबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, कुशीनगर, मेरठ, गाजियाबाद, बागपत, मुजफ्फर नगर, बरेली, जेपी नगर, बिजनौर, उन्नाव, बाराबंकी, इटावा, औरैया, प्रतापगढ़, जालौन, बांदा, महराजगंज, फैजाबाद, बहराइच, बस्ती व मऊ।
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