निकाय चुनाव में लापरवाही पर 22 शिक्षक शिक्षिकाओं पर निलंबन की गाज गिरी है। इन सभी अध्यापकों की अलग अलग मतदान पार्टियों में ड्यूटी लगी थी, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुए। जिलाधिकारी के आदेश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इन सभी को कर दिया है। खंड शिक्षा अधिकारियों को उनका विद्यालय चिन्हित करने का आदेश दिया गया है। पूरे जांच बीइओ बिलग्राम को सौंपी गई है।
निकाय चुनाव में परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक शिक्षिकाओं की ड्यूटी लगी थी, जिसमें 37 कर्मचारी अनुपस्थित रहे थे। इन कर्मचारियों में 22 शिक्षक शिक्षिकाएं ही थी। जिलाधिकारी ने कड़ा रुख अपनाते हुए इन सभी को करने का आदेश दिया था। 1उसी क्रम में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मसीहुज्जमा सिद्दीकी ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय नगला लोथू की समा परवीन, प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर के अजीत कुमार, जूनियर बेहरिया के रमेश कुमार, शाहाबाद की वंदना, प्राथमिक शिवरी की मोनिका निगम, प्राथमिक अझुआपुर के अखिलेश कुमार, प्राथमिक आमापुर की मोना, मल्लावां की रत्ना गौतम, जूनियर सुमेरपुर के जुबैद आलम, जूनियर सराय के वीरेंद्र पाल, कोथावां के नन्हेलाल, टोडरपुर के नवीन चंद्र, बावन की दीप्ती राठौर, जूनियर संडीला में आलमआरा खान, प्राथमिक जनकापुर की नीतू भार्गव, प्राथमिक टीकारखुर्द के अनुराग दीक्षित, प्राथमिक हरसिंगपुर की दीपा सिंह, मल्लावां के बालकृष्ण कनौजिया, बावन के अर¨वद कुमार और फरहत जहां, श्वेता कश्यप, माधौगंज की प्रतिभा पटेल को कर दिया है। निलंबन आदेश मतदान ड्यूटी के आदेश पर जारी किया गया है। खंड शिक्षा अधिकारी सुशील कुमार को पूरी जांच सौंपी गई है। निलंबन अवधि के दौरान वह सभी अपने अपने विद्यालय में ही संबंद्ध रहेंगे।
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